प्रधान संपादक की रिपोर्ट
लखनऊ के दुबग्गा इलाके से सटे काकोरी ब्लॉक के भरोसा कम्पोजिट स्कूल की सहायक अध्यापिका के उग्र व्यवहार और उत्पात से डरे सहमे कई बच्चों ने 15 दिन से स्कूल आना बंद कर दिया था। पिछले मंगलवार को शिक्षिका ने 70-80 बच्चों को क्लास में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी थी। इस पर अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर दिया था। प्रधानाध्यापक ने अभिभावकों को समझा बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया। इसके बाद शिक्षिका छुट्टी पर चली गई थीं। तीन दिन की छुट्टी पूरी होने के बाद गांधी जयंती पर रविवार को वह फिर स्कूल पहुंचीं तो एक बार फिर अफरातफरी मच गई। आरोप है कि स्कूल आते ही शिक्षिका फिर उग्र हो गईं।
उनके गुस्से को देख बच्चे और शिक्षक स्कूल बंद कर चले गए। प्रधानाध्यापक ने बीसए को पत्र भेजकर बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस का इंतजाम करने व शिक्षका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सुरक्षा न मिलने पर स्कूल में पढ़ाई करा पाने में असमर्थता जताई है।
स्कूल के प्रधानाध्यापक वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि शिक्षिका की अभी भी मानसिक स्थिति ठीक नहीं। रविवार को स्कूल में आते ही उग्र हो गईं। शिक्षकों को खरीखोटी सुनाने लगी। स्कूल बंद कराकर बच्चों को सुरक्षित स्कूल से निकाल दिया गया।वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि बीएसए को जानकारी दे दी है। शिक्षकों ने आरोपी शिक्षिका के आने पर सोमवार को पठन पाठन में असमर्थता जतायी है। बीएसए अरुण कुमार ने आश्वासन दिया है कि वह शिक्षिका के घरवालों से संपर्क में हैं। पूरी तरह स्वस्थ होने पर ही स्कूल भेजें।