गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबादएक कहावत है….ऊपर वाला जब भी देता देता छप्पर फाड़ के। भीषण गर्मी से निजात दिलाने के बाद आज आई आँधी ने जनपद की यातायात व्यवस्था और विद्युत व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। कब तक बिजली व्यवस्था सामान्य हो पाएगी यह तो अब रामभरोसे है। बादल तो कम रोए, लेकिन आम के बागवानों के आँसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पहली आँधी ने ही आम की फसल में भारी नुकसान किया है।
प्रात: नौ बजे के बाद आई तेज आँधी ने जिले में दरख्तों को जड़ से उखाड़ दिया। ढिलावल से बघार जाने वाले मार्ग पर एक आम का पेड़ जड़ से उखडक़र सडक़ पर ही दण्डवत हो गया। जिससे मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। फर्रुखाबाद और बघार से आने-जाने वाले लोग जहाँ के तहाँ फँस गये। पेड़ पर लगे आम डालों का साथ छोड़ गये। बाग में आम जो अब काफी बड़े हो चुके थे, ने डालों का साथ छोड़ दिया और जमीन पर गिर गये। दर्जनों बिजली के खम्भों को भी आँधी ने दण्डवत प्रणाम करा दिया और तार जमीन पर गिरकर धरती के आँचल में आराम फरमाने लगे। कई क्षेत्रों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गयी।
मक्का की फसल भी तैयार होने वाली थी, उसको भी आँधी ने नुकसान पहुंचाया। गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन किसानों के लिए आँधी सुखद नहीं रही। फिलहाल बिजली कर्मचारी विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने में जुट गये हैं। आँधी के तेवर अब शान्त हैं