प्रयागराज
लिक्ष्मी टाकीज से ममफोर्डगंज की तरफ चलते ही बाई ओर आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम है. आसपास के लोगों का कहना हैकि इसका शटर कई दिनों से बंद पड़ा है. आसपास दूसरा एटीएम नही होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लाइट जाने से फंस गया पैसा
म्योराबाद मोड़ पर एक्सिस बैंक का एटीएम लगा है. यहां पर क्रास चेक करने पर पता चला कि कुछ देर पहले लाइट चली गई है. बैकअप पॉवर नही होने से एटीएम भी बंद हो गया. ऐसे में पैसे जमा कराने आए एक युवक के पैसे मशीन में फंस गए. इससे परेशान ग्राहक लगातार कस्टमर केयर में कॉल कर रहा था.
कार्ड लगाते ही बंद हो गया एटीएम
बेली हॉस्पिटल के ठीक सामने इंडस इंड बैंक पर सन्नाटा पसरा हुआ था. रिपोर्टर ने जब अंदर जाकर चेक किया तो एटीएम चल रहा था. लेकिन एटीएम कार्ड लगाते ही वह स्लीपिंग मोड पर चला गया. पूछने पर पता चला कि एटीएम ठीक से काम नही कर रहा है. इससे ज्यादा दिक्कत हॉस्पिटल आने वाले मरीजों को हो रही है. स्टैनली रोड पर ट्रैफिक पुलिस लाइंस के नजदीक यूनियन बैंक का एटीएम है. उसका शटर गिरा हुआ था. पूछने पर गार्ड ने बताया कि यह रोजाना दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक बंद रहता है. ऐसा क्यों होता है यह गार्ड भी नही बता पाया. आसपास कोई दूसरा एटीएम भी नही मिला.
मेन ब्रांच के एटीएम नही थे पैसे
जिला पंचायत के बगले स्थित एसबीआई बैंक की मेन ब्रांच पर तीन एटीएम लगे हैं. इनमें से एक एटीएम में कैश नही था. बाकी दो एटीएम पर भीड़ थी. ऐसे में ग्राहक नाराज हो गया. उसका कहना था कि जब मेन ब्रांच के एटीएम में पेसै नही है तो बाकी एटीएम का क्या होगा. लाउदर रोड स्थित यूनियन बैंक के एटीएम में बिजली नहीं थी. पता चला कि बैक अप पावर खराब है. इसी बैंक के एक ग्राहक मौके पर पैसा निकालने आए थे. एटीएम नही चलने पर उन्हें बगल के एचडीएफसी बैंक के एटीएम से कैश लेना पड़ा. उनका कहना था कि सेम बैंक के एटीएम के खराब होने से उनको दूसरे एटीएम में एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा.
मेंटेनेंस पर नही देते ध्यान
एटीएम के ऐसी हालत पर जब बैंक अधिकारियों से पता किया गया तो उन्होंने खुलकर बोलने से मना कर दिया. उनका कहना था कि बैंक एटीएम खरीदते समय कास्ट कटिंग बहुत करते हैं. ऐसे में सस्ते एटीएम मशीनें लगा दी जाती हैं. संबंधित कंपनी तीन से पांच साल फ्री मेंटनेंस देती है और इसके बाद यह एटीएम बार बार खराब होते हैं तो इनकी देखभाल कोई नही करता. जिसकी वजह से पब्लिक को परेशान होना पड़ता है.
यूपीएस तक नही होता चेंज
इस समय प्रयागराज में 450 सौ अलग अलग बैंक के एटीएम हैं. इनमें से कई ऐसे हैं जो बिजली चले जाने पर घंटों बंद रहते हैं. क्योंकि इन एटीएम में लगाया गया यूपीएस खराब हो चुका है. बैंक इनको बनवाते नही है. जिस कंपनी को रखरखाव का टेंडर मिलता है वह भी ध्यान नही देती हैं. यही कारण है कि एक बार एटीएम खराब होने पर उसे बनने में हफ्तों लग जाते हैं.
लापरवाही से लोगों का होता है नुकसान
बैंकों की इस लापरवाही से ग्राहकों का नुकसान होता है. इसका मतलब यह है कि आप यदि अपने बैंक की जगह किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो फ्री लिमिट से ज्यादा ट्रांजैक्शन पर आपका ज्यादा पैसा कटेगा. यह बढ़त 1 अगस्त, 2021 से लागू हो चुकी है. रिजर्व बैंक ने सभी बैंक एटीएम में वित्तीय लेनदेन के लिए इंटरचेंज फीस 15 से बढ़ाकर 17 रुपये कर दिया है. एटीएम से जुड़ी शिकायतें तो अधिक आती हैं. संबंधित बैंकों को इसकी सूूचना भी दी जाती है. जिन बैंकों के बारे में आपने रियलिटी चेक किया है उनको एटीएम खराब होने की सूचना भेजी जाएगी.