. ☕
☆☆💦तपिश बारिश की💦💦☆☆
बारिश की हल्की सी गुलाबी ठंडक
और ये तपिश तेरे प्यार की……..
ये बूंदों की साजिश और
महक तेरे एहसास की
अक्सर एकान्त में
घेर लेतीं हैं मुझे
और
हल्के से कहतीं हैं….जा
मिल , अपने प्रियतम से
ख्यालों ही ख्यालों में जो…..
दूर कहीं
लिपटा होगा तेरी याद से,
जैसे बारिश धरती से
और हम दोनों ……
जैसे धरती अम्बर से
जो एक दूसरे के होकर भी
एक दूसरे के नहीं …….
क्योंकि दूर से महसूस करना
अब आदत में शुमार है।।
🌹 अर्चना मिश्रा 🌹