आगरा
तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अस्थियां शुक्रवार को गंगा में विसर्जित होंगी। इसके लिए उनके स्वजनों के साथ 12 वर्षीय बेटी अराध्या और नौ वर्षीय बेटा अभिराज भी साथ गया है। सोरों में गंगा घाट पर विधि विधान के साथ उनकी अस्थियां विसर्जित होंगी। इधर, विंग कमांडर की पत्नी कामिनी, मां सुशीला और पिता सुरेंद्र सिंह का अभी भी हाल बेहाल है। इनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।
विंग कमांडर के चचेरे भाई युवराज सिंह ने बताया कि अस्थि विसर्जन पहले बीते बुधवार को होना था लेकिन पारिवारिक कुछ कार्यों के चलते बुधवार को अस्थियां विसर्जित नहीं हो सकीं। अब शुक्रवार को सोरों में अस्थियां विसर्जित होंगी। बीते आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत के साथ विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हो गए थे। इस हेलीकाप्टर में अन्य सैन्य अधिकारी भी थे। पृथ्वी सिंह ही इस हेलीकाप्टर को उड़ा रहे थे। 11 दिसंबर को पृथ्वी सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली से न्यू आगरा, सरन नगर आया। इसी दिन ताजगंज के मोक्षधाम पर उनका अंतिम संस्कार हुआ।
बेटी अराध्या, बेटे अभिराज और ममेरे भाई पुष्पेंद्र जादौन ने मुखाग्नि दी थी। विंग कमांडर की पत्नी कामिनी रात में सो नहीं पा रहीं। बताया जा रहा है कि सोने के लिए जैसे वही वह अपनी आंखें मूंदती हैं, अचानक उठकर बैठ जाती हैं। इधर, मां और पिता अभी भी गुमसुम हैं। तमाम लोग सांत्वना देने के लिए आ रहे हैं लेकिन दोनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। विंग कमांडर को नमन करने के लिए राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के साथ ही अन्य लोगों का भी आना जाना लगा हुआ है।