अभिमन्यु शुक्ला की रिपोर्ट
औरैया यूटा पदाधिकारियों पर दर्ज कराई गई लूट के मुकदमे को लेकर शिक्षक लामबंद हैं। भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद मुकदमे के विरोध में सोमवार को जिले के तमाम स्कूलों में शिक्षकों सहित समस्त स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए शिक्षण कार्य किया। यूटा ने कहा कि वह फर्जी मुकदमा को लेकर कार्रवाई होने तक शांत नहीं बैठेंगे और भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगे।आठ यूटा पदाधिकारियों पर बीईओ द्वारा बिधूना कोतवाली में दर्ज कराए गए लूट सहित अन्य मुकदमा शिक्षकों की छवि धूमिल करने का षड्यंत्र बताते हुए औरैया सहित अन्य जिलों के शिक्षक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज किया था। सोमवार को तमाम स्कूलों के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने पूरे दिन समस्त स्टाफ सहित काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए स्कूलों में शिक्षण कार्य किया। उन्होंने इन तस्वीरों को अपने अकाउंट से सोशल मीडिया फेसबुक व ट्विटर पर भी शेयर किया। यूटा ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि शिक्षक समाज में नैतिकता का भी पाठ पढ़ाते हैं। भ्रष्टाचार के विरोध में यदि षड्यंत्र पूर्वक समाज में शिक्षक की छवि खराब कर दी जाएगी तो दूसरे वर्ग कैसे विरोध कर पाएंगे ।उन्होंने कहा कि पूरा मामला फर्जी है और शिक्षकों की आवाज को बंद करने के लिए बहुत गहरा षडयंत्र रचा जा रहा है। आंदोलन से ध्यान हटाने और डराने के लिए हमारे दूसरे शिक्षक साथियों को भी फर्जी मामलों में फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। भ्रष्टाचारी अगर एकजुट हैं तो शिक्षक इनके खिलाफ कार्रवाई और न्याय मिलने तक एकजुट रहेंगे। यह तय है जीत सत्य की ही होगी भले ही देर से हो। उन्होंने कहा कि युवा प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राठौर जल्द ही इस मामले में अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा मंत्री से मिलेंगे।