बीएड द्वितीय बर्ष छात्र श्याम सुंदर ने दिखाया रिजनिंग का जादू और मनोरंजन के लिए दिखाया वेली डांस, विदाई समारोह पार्टी में सभी छात्रों दिखाई अपनी अपनी प्रतिभाएँ , कॉलेज में उपस्थित शिक्षक एंव अतिथि गण प्राचार्य डॉ मनोज कुमार डॉ नीरज कुमार डॉ पूर्णिमा पाण्डे डॉ संदीप कुमार डॉ सरोज कुमार डॉ अर्पिता सिंह डॉ गौरि ,नूपुर अग्निहोत्री, शुभम,शिवम विनय ,विनायक, काजल छाया ,निक्की गोयल ,रजत, आशीष ,कोमल प्रगति मिश्रा अंकित अखिलेश श्याम सुंदर आदि मैजूद रहे
वेली डांस करने वाले छात्र ने बताया कि हर किसी न किसी के अंदर कुछ न कुछ मुस्कुराने का रहस्य छुपा होता है जिंदगी में उस रहस्य को हमें दूसरो तक पहुंचाना चाहिए अगर आपके बजह से किसी के चहरे पर सच्ची मुस्कान आ जाए तो इससे बड़ी कमाई मुझे कुछ और नहीं लगती.
खैर इससे बड़ी कमाई और होगी ही क्या .
सबकुछ खुशी और मुस्कुराते जीवन के लिए ही तो कर रहे हैं
फर्क सिर्फ यह होता है कि कुछ अपना स्वार्थ देखते हैं
और किसी को परस्वार्थ में आनंद आता है
यह तो व्यक्ति का अपना अपना स्वभाव है
स्वभाव सोच अलग होने से कुछ को तो दूसरो का गलत करने से भी आनंद आता है.
वो मुर्ख लोग होते हैं जो भला दूसरो को दुख देखकर स्वयं के आंनद की सहानुभूति कैसे कर लेते हैं
इसका जबाब तलाशने के लिए एक साधारण सा उपाय है
जो आप उसके साथ कर रहे हो
सोचों कभी स्वयं के साथ ऐसा होने पर कैसा अभाव होगा
इस बात पर बिचार करना तो सब समझ में आ जाऐगा
कल्चरल प्रोग्राम कि संचालक डॉ पूर्णिमा पाण्डे और नूपुर अग्निहोत्री ने बताया
खुशी एक मरूस्थल में नदी मिलने के जैसी होती है
जैसे कोई प्यासा जानवर मरूस्थल में नदी को देखकर खुश हो जाता है
जो मनोबल बढा़ती है और मंजिल पाने की चाहा जगाती है
दुख से सुख का आभास कराती है
निराशा में आशा जगाती है और जीवन कि रहा आसान हो जाती है
सच में एक पल खुशी कि मुस्कान के कितने अच्छे अच्छे फायदे हैं
इसलिए सबकुछ छोड़कर दूसरों को मुस्कान देने का काम करें
मुस्कान उत्साह आनंद मित्रता दिखाने का सार्वभौमिक तरीका है अगर कोई आप पर मुस्कुराता है
तो आप वापस मुस्कुराने के लिए बाध्य हैं
इसी प्रकार एक मुस्कान ही सारी जिंदगी कि पहेली बन सकती है