राम कैलाश पटेल की रिपोर्ट
वर्ष 2019 में केंद्र में भाजपा की नई सरकार के गठन के बाद ग्राम्य विकास मंत्रालय को जिला विकास एवं समन्वय अनुश्रवण समिति (दिशा) का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तय करने में दो साल लग गये। लगातार सांसद के रूप में दिशा की चेयरपर्सन रहीं सोनिया गांधी को हटा दिया गया है। अब उन्हें को-चेयरपर्सन बनाया गया है। अमेठी से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अमेठी के साथ ही रायबरेली का भी दिशा का चेयरपर्सन बनाया गया है।
अमूमन लोकसभा का चुनाव होने के बाद निर्वाचित सांसदों की अध्यक्षता में दिशा समिति का गठन होता है। यह समिति हर तीन-तीन माह में केंद्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करती है। ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से अध्यक्ष और सहअध्यक्ष का मनोनयन किए जाने के बाद डीएम के स्तर से दिशा का गठन किया जाता है। दिशा में सभी विधायकों, ब्लॉक प्रमुखों व अन्य संसद सदस्यों को शामिल किया जाता है।
खास बात यह कि वर्ष 2019 में देश में नई सरकार के गठन के बाद लगभग सभी संसदीय क्षेत्रों (जिलो) में दिशा का गठन कर दिया गया है, लेकिन ग्रामीण विकास मंत्रालय ने रायबरेली संसदीय क्षेत्र के लिए दिशा के अध्यक्ष व सह अध्यक्ष का मनोनयन नहीं कर सका था।