बंगाल की खाड़ी में बने नए चक्रवात से पश्चिम उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश हो रही है। बारिश से जहां बारिश कम हुई है वहाँ के लोगों के लिए मौसम सुहावना हो गया है वहीं कई स्थानों पर बारिश ने अपना रौद्र रूप धारण कर कहर ढ़ा दिया है ।
पिछले 24 घंटे में मेरठ में 75 मिलीमीटर बारिश हो गई है लगातार बारिश होने से शहर से लेकर देहात तक कई जगह जलभराव की समस्या बनी हुई है। जहां मेरठ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के आसपास पहुंच गया था, वह बारिश होने से गिरता पारा 120 पर आ गया। बारिश ने प्रदूषण को साफ कर दिया है और तापमान भी गिर गया है।
कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि अभी 24 घंटे तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। मेरठ समेत आसपास के जिलों में अच्छी बारिश के आसार हैं। अक्टूबर में यह बारिश पिछले सालों की तुलना में ज्यादा हुई है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान धान की फसल में देखने को मिला है। जो फसल कटने के लिए तैयार थी या कटकर खेत में रखी थी, वह फसल बर्बाद हो गई। खड़ी हुई फसल भी गिरने से उसके उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। इसके अलावा जो किसान आलू लगाने की तैयारी में थे उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बारिश ईंख को छोड़कर अन्य फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है।
बिजनौर में पूरी रात जमकर बारिश हुई, जो सोमवार की दोपहर तक भी जारी थी। बारिश से जहां शहरों की सड़कों पर जलभराव की समस्या हो गई, वहीं जिलेभर की नदियां उफान पर आ गईं। कई जगहों पर नदियों में कटान भी शुरू कर दिया। जिन खेतों में धान की फसल कटी हुई थी, वह बुरी तरह पानी में भीग गई।
मुजफ्फरनगर शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव लकडसन्धा में भारी बारिश के चलते ओमकार पुत्र सादे के कच्चे मकान की छत भरभरा कर गिर गई। छत गिरने से उसके नीचे दबकर घर के कई सदस्य घायल हो गए। बताया गया कि हादसे में एक भैंस की मौत हो गई जबकि अन्य पशु घायल हो गए। सूचना पर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कराया। परिवार के घायल सदस्यों को उपचार के लिए अस्पताल भेज गया है। सूचना पर पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
रविवार की दोपहर से शुरू हुई बारिश सोमवार की दोपहर तक भी जारी थी। स्योहारा के गांव फैजुल्लापुर सेक्टर रोड पर शहबाज कच्चे मकान में दूध की डेयरी चलाता है। सोमवार की सुबह मकान की छत गिर गई, जिसमें दबकर छोटी बच्ची की मौत हो गई और वहीं चार लोग बुरी तरह घायल हो गए। घायलों में एक महिला को गंभीर हालत में मुरादाबाद रेफर किया गया है। वहीं घटना के बाद मौके पर पुलिस टीम पहुंच गई। उधर जिलेभर की नदियों का जलस्तर बढ़ने से आसपास कटान शुरू हो गया है। कई जगहों पर नदियों का पानी खेतों में
कालागढ़ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते मौसमी नदियां उफान पर आ गई हैं। सूखासोत में पर्वतों से आ रहे पानी के चलते सोत का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। रामगंगा बांध के जलाशय पर अधिकारियों ने निगरानी बढ़ा दी है। बांध का जलस्तर 361. 540 मीटर पर बना हुआ है। बांध से विद्युत उत्पादन कर नदी में 1500 क्यूसेक पानी की निकासी जारी है। सिंचाई विभाग बांध का जलस्तर 365 मीटर तक ले जाने की तैयारी में जुटा है। स्थानीय और मौसमी नदी, सोतों व नालों का पानी रामगंगा नदी से होता हुआ हरेवली की ओर बढ़ रहा है।