आदित्य मिश्र की रिपोर्ट
हरदोई – जिले के मझिला थाना मे दुष्कर्म के एक मामले में पीड़िता को दर दर भटकने के बाद आखिरकार इंसाफ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। पीड़िता के द्वारा बार बार एफआईआर डेज करने के लिए तहरीर देने के बाद भी जब मंझिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज नही की तो पीड़िता ने सीओ से न्याय की गुहार लगाई और आखिरकार काफी नानुकुर करने के बाद सीओ के आदेश पर मझिला पुलिस को ग्राम प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज करना ही पड़ गया। पीड़िता को बार बार थाने से भगाने वाले मझिला पुलिस अब बैकफुट पर आकर प्रधान पर दुष्कर्म और दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज करके जांच में जुट गई है।
बतातें चलें कि मझिला थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने आरोप लगाया है कि 19 मई को गांव के प्रधान ने उसके घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म किया और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गाली गलौज कर कर उसके साथ मारपीट भी की। बकौल महिला जब वह मझिला पुलिस के पास अपनी रिपोर्ट लिखाने के लिए पहुंची तो उसे फर्जी रिपोर्ट कहकर मंझिला पुलिस ने दुत्कार कर थाने से भगा दिया गया। मंझिला थाने में न्याय न मिलने के बाद बाद उसने सीओ के समक्ष फरियाद की। सीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एस ओ को महिला के साथ दुष्कर्म और एससी एसटी के अंतर्गत मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। इस प्रकार मझिला पुलिस बैकफुट पर आई और उसे दुष्कर्म तथा एससी एसटी का मामला प्रधान के खिलाफ दर्ज करना पड़ा।
मंझिला थानाध्यक्ष छोटेलाल ने बताया कि दुष्कर्म और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज करने के बाद घटना की जांच की जा रही है।