उत्तर प्रदेश ; संसद में पारित नए कृषि कानून ,और किसानों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आज रेल रोको आंदोलन के अंतर्गत कई अलग अलग जगह ट्रेन रोकेंगे ,किसान वैसे भी मरने की कगार पर खड़ा है तो ट्रेन रोको अभियान के जरिए सरकार को किसानों की हालत शायद दिख जाए। इसके लिए जो भी करना पड़ा करेंगे और हर तरह का जोखिम उठाना पड़ा तो वह उठाएंगे, लेकिन सरकार के काले कानून को मिटाकर रहेंगे।
किसानों ने ऐलाना किया है कि वह खटीमा, रुद्रपुर सहित काशीपुर में ट्रेन की पटरी पर विरोध करेंगे। यहीं नहीं, वे ट्रेन रोककर केंद्र सरकार और कृषि कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे। कहा कि कई बार सरकार को ज्ञापन सौंपा गया है लेकिन लंबित मांगों के निस्तारण के लिए सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई हे।
तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान बड़ी संख्या में काशीपुर रेलवे जंक्शन पर ट्रेन रोक कर अपना विरोध जताएंगे। इसमें भारतीय किसान यूनियन के अलावा अन्य किसान संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। किसान सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को रोकेंगे। भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव बलजिंदर सिंह संधू ने बताया कि काशीपुर रेलवे जंक्शन पर काशीपुर के अलावा जसपुर व रामनगर के किसान सुबह 10 बजे एकत्रित हो जाएंगे और स्टेशन का घेराव करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष चढूनी ने बताया कि रुद्रपुर स्टेशन पर सभी किसान सुबह 10 बजे एकत्रित हो जाएंगे और स्टेशन का घेराव करेंगे। इस दौरान जो भी ट्रेन आती है उसको ट्रैक से रोकेंगे और वहां पर काफी देर तक पटरियों पर भी बैठेंगे। उनका कहना है कि सरकार अगर काले कानूनों को नहीं हटाती है तो किसान किसी भी हद तक जा सकते हैं। कहा कि सरकार की हठधर्मिता से किसान बेहद आहत हो चुके हैं, जिस वजह से उनको यह कदम उठाना पड़ रहा है।
कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने ट्रेन रोकने का प्लान बनाया है। आक्राेशित किसान आज18 अक्तूबर सोमवार को काफी संख्या में उत्तराखंड के कई शहरों में ट्रेन रोककर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। इसमें तराई किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी रहेंगे। यह ट्रेन रोको कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा। जिसमें वह सरकार से मांगे रखेंगे।