सरवन कुमार की विशेष रिपोर्ट
रायबरेली। जब सात साल की बेटी ने अपने पिता की क्रूरता का खुलासा करना शुरू किया तो वहां उपस्थित सभी की आंखें खुली की खुली रह गई। लोगों की आंखों से आंसू आ गए और बेटी के मुंह से पिता की क्रूरता की कहानी सुन लोग गुस्से से कसमसा गए।
बेटी ने पिता की क्रूरता का घटनावार सिलसिला बताया, मां से नाराज पिता ने गर्भवती मां को पहले मारा पीटा फिर फांसी पर लटकाकर मार दिया। फिर शव को जलाकर राख नहर में फेंक दी। इस पर सीओ सलोन विनीत सिंह ने पड़ताल की, वह शव जलाने वाले स्थान पहुंचे मृतक की हड्डियों बरामद कीं। इसके बाद पुलिस ने मृतका के बहन की तहरीर पर पति, ससुर और दो देवरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और पति व एक देवर को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रतापगढ़ के सांगीपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी उर्मिला (27 वर्ष) की शादी 10 साल पहले रायबरेली के डीह थाना क्षेत्र के पूरे उजागर मजरे निवासी रविंद्र कुमार से हुई थी। उनकी दो बेटियां सारिका (7 वर्ष) और राधिका (4 वर्ष) हैं। 10 जनवरी को विद्या देवी ने बहन उर्मिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस इसकी जांच कर रही थी। इसी दौरान सोमवार को सीओ ने उर्मिला की बड़ी बेटी सारिका से पूछताछ की। तो उसने पिता की क्रूरता और मां की कत्ल का खुलासा कर दिया।
सारिका ने बताया कि मारपीट से तंग उसकी मां ने चार जनवरी को फोन कर घर में पुलिस बुला ली थी। इससे नाराज पिता रविंद्र कुमार ने बाबा पूर्व प्रधान करमचंद, चाचा संजीव कुमार व बृजेश कुमार के साथ मिलकर मां को फांसी पर लटकाकर मार डाला, फिर शव को घर के पास ही जला दिया। इसके बाद राख नहर में फेंक दीं। मृतका के पेट में सात माह का गर्भ था।
उधर, घटना की सूचना मिलने पर डीह थानेदार जेपी यादव और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। शव के अवशेषों को कब्जे में लिया और फिंगर प्रिंट भी लिए। सीओ का कहना है कि आरोपियों ने यह कुबूल किया है कि जो शव जलाया गया है, वह उर्मिला का है। फिर भी मौके पर मिली हड्डियों के अवशेष का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। जिससे सही जानकारी हो सके।