आशीष कुमार की रिपोर्ट
रायबरेली । कोरोना वायरस को लेकर गांव वालो के किये कई काम सामने आ रहे हैं। सरकार और समाज के द्वारा मिलकर किये गए यह काम लोगों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। ऐसे ही कुछेक कामों की चर्चा करना लाजिमी है।कहीं क्वारन्टीन सेन्टर की बेहतर व्यस्थायें अलग कहानी बयां कर रही है वहीं गांव वालों की खुद की एम्बुलेंस सेवा एक मिसाल बन गई है।
क्वारन्टीन सेंटर में टीवी पंखे
क्वारन्टीन सेन्टरों में व्यवस्था को लेकर कई शिकायतें आती रहती है लेकिन इनमें से कई ऐसे भी है जो औरों के लिए एक मिसाल के तौर पर हैं।लालगंज क्षेत्र के बेहटाकला गांव के क्वारन्टीन सेन्टर में रहनेवाले लोगों के लिए रजाई गद्दे के साथ साथ टीवी और पंखे भी लगें हैं।साफ़ सुथरे इस सेन्टर में हर बेड पर मच्छर दानी भी लगी है।यहां रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए सेनेटाइजर,मास्क,अंगौछा व साबुन दिया गया है।सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है। सेन्टर की व्यवस्था वाकई सभी के लिए एक मिसाल है जो कि हर मौके पर सरकार को ही कोसते हैं।सरकार और समाज के लोंगो ने इसे एक लोगों के लिये एक मिसाल के तौर पर पेश किया है।बेहटा कला के प्रधान राजेन्द्र सिंह का कहना है कि यहां रहनेवाले लोग अपने ही है जिनकी सुरक्षा और समुचित व्यवस्था की भी जिम्मेदारी हम लोगो की ही है।जिसका प्रशासन के निर्देशों के तहत पालन कराया जा रहा है।