आशीष कुमार की रिपोर्ट
रायबरेली । कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन की वजह से सारे रोजगार ठप पड़े हैं जिससे श्रमिक अपने घर वापस आ रहे है। श्रमिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके लिए सरकार साथ ही कई संगठन भी आगे बढ़कर इन प्रवासी श्रमिको की मदद कर रहे है। एक ऐसी ही तस्वीर नजर आई रायबरेली के बछरांवा के पास बने टोल प्लाजा की जंहा के कर्मियों ने आस पास के स्थानीय लोगो की मदद से टोल प्लाजा के पास में ही एक टेंट लगाकर वंहा से गुजर रहे प्रवासी श्रमिको को भोजन व पानी के साथ ही बच्चों के लिए दूध व फलों की व्यवस्था की जा रही है।साथ ही वंहा पर पहुच रहे श्रमिको को बसों से उनके गंतव्य के लिए भी रवाना किया जा रहा है।
दरअसल रायबरेली लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बछरांवा कस्बे के पास एनएचआई का टोल प्लाजा बना हुआ है।जिससे लखनऊ और प्रयागराज से आने वालों हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है।लॉकडाउन के चलते इस समय वंहा से प्रवासी श्रमिको का आने का सिलसिला जारी है।इन श्रमिको को भूखे पेट वंहा से न जाना पड़े इसके लिए टोल प्लाजा के कर्मियों ने आस पास के स्थ्य लोगो की मदद से खाने की व्यवस्था की है।टोल प्लाजा पर मौजूद पुलिसकर्मी जंहा प्रवासी श्रमिको को रोककर उनकी जांच करते है।वही श्रमिक टोल प्लाजा पर रुक कर वंहा मिल रहे भोजन को ग्रहण कर लोगो का शुक्रिया अदा करते है।ऐसी ही एक महिला सविता से बात की गई तो उसने बताया कि रास्ते मे होटल व दुकानें बंद है जिसकी वजह से दूध नही मिल रहा है और मेरा बच्चा भूखा है।यंहा पर भंडारे में दूध व फल मिल गए।
टोल प्लाजा के मैनेजर कुलदीप से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यंहा जो भी श्रमिक आ रहा है उसको भोजन पानी की व्यवस्था कराई जा रही है।ये व्यवस्था पिछले एक सप्ताह से दिन रात स्थानीय लोगो की मदद से चल रही है।साथ ही जिनके पास साधन नही है उन्हें बस से आगे के लिए रवाना किया जाता है और जो लोग रायबरेली के है उन्हें बछरांवा में बने क्वारन्टीन केंद्र में क्वारन्टीन कराया जाता है।