बीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
प्रयागराज । जिले में पड़िला महादेव में स्थित सीआरपीएफ कैंप में जवान ने शनिवार को पत्नी व दो बच्चों की हत्या के बाद खुद को गोली मार पूरे परिवार को खत्म कर दिया । इस वारदात के पीछे क्या कारण था, यह तो आधिकारिक तौर पर अभी भी साफ नहीं हो सका है। लेकिन कैंप से मिली जानकारी के मुताबिक़ कुछ दिनों पहले सीआरपीएफ जवान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।जिसमें सीआरपीएफ जवान पर आरोप लगा कि नशे में महिला से कैंप में अभद्रता व छेड़छाड़ की थी। इस मामले की जांच सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट समेत दो अधिकारी कर रहे थे।
बच्चों का हो रहा था इंतज़ार पंहुचा शव
शुक्रवार को सीआरपीएफ जवान विनोद कुमार यादव ने अपने पिता से फोन पर बात की थी।पिता बालमुकुंद यादव उत्तर प्रदेश पुलिस रिटायर्ड दरोगा है। जवान ने अपने पिता से बच्चों और पत्नी को गांव पहुंचाने की बात कही। हर कोई गांव में उनका इंतजार कर रहा था। लेकिन उनके मौत की खबर में पूरे घर और गांव में कोहराम मचा दिया। एक साथ चार चिताओं को मुखाग्नि दी गई। ऐसा क्या हुआ की एक अपने कलेजे से लगा कर पालने वाले बच्चों पर दुश्मनों की तरह गोली बरसा दी। बुढ़ें पिता की आँखे पथराई है माँ बेसुध हैं, जिन बच्चों का इंतज़ार हो रहा था उनका शव देखकर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
पत्नी और बच्चों पर बरसाई चौदह गोलियां
बाल मुकुंद यादव के चार बेटों में विनोद ही सबसे बड़ा था । दो छोटे भाई सेना भर्ती की तैयारी कर रहे है। जबकि एक भाई दिल्ली में काम करता है। पूरे परिवार को संभालने की जिम्मेदारी विनोद पर ही थी, लेकिन उसी ने पूरे परिवार को मिटा दिया। विनोद ने पत्नी और बच्चों पर एक के बाद एक 14 गोलियां बरसाई गई थी। आठ खोखे कमरें में मिले वही पोस्टमार्टम पत्नी और बच्चो के शरीर में चौदह गोलियों के निशान मिले है। वहीं फंदे पर लटकते हुए विनोद ने एक गोली अपने पांव और दूसरी अपनी कनपटी पर भी दागी थी।
आखिर क्यों सवार था खून
विनोद के सर पर मौत का खून क्यों सवार था यह बात लोगों को हैरान कर रही है। माना जा रहा है कि कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने विनोद की शिकायत की जिसकी जाँच चल रही है। विनोद इस बात से परेशान था। लेकिन इस मामले में कोई अधिकारी भी कुछ नही बोल रहा। जानकारी के मुताबिक़ महिला के पति कहीं बाहर तैनात है। वह अपने बच्चों के साथ यहां रह रही है । पांच दिन पहले उसकी शिकायत अधिकारियों से की थी। जिसमें उससे पूछताछ की गई थी। वही हत्याकांड से पूरे कालोनी में दहशत है। कालोनी में तीन मंजिला फेज टू कालोनी में रहने वाले लोगो अपने घरों में नही जा रहे है। फेज टू में तीन मंजिला भवन में तीसरी मंजिल आरक्षी विनोद का परिवार रहता था। पूरे कालोनी में अपने घरों से नही निकल रहे है। अधिकारीयों का भी आना जाना लगा रहा। मीडिया सहित किसी भी बाहरी को आने- जाने की अनुमति नही दी जा रही है।