बीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जहां जानवरों की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है उसी प्रदेश के विभागों व कर्मचारियों द्वारा पैसों को गबन कर जा रहे हैं और जानवरों की सुरक्षा और व्यवस्था का इंतजाम धरा का धरा रह जा रहा है।
बता दें कि भूख व ठंड के चलते जानवर तड़पकर मर जा रहे हैं और इनकी सुरक्षा और व्यवस्था में सरकार द्वारा करोड़ों रुपए अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम नहीं हो पा रहा है। प्रयागराज की करछना इलाके में भूख व ठंड से जानवर मर रहे हैं और जानवरों के शव को यत्र तत्र फेक दे रहे हैं और इससे बीमारी होने की भी संभावना बढ़ जाती है।
बीते कुछ दिनों में थाना थरवई के शीतलपुर क्षेत्र में गाय भूख व ठंड से तड़प कर सड़क के किनारे मर गई थी । वहां के स्थानीय लोगों ने गाय के मृत शरीर को वहीं छोड़ दिया और पक्षी व आवारा पशु ने गाय के मृत शरीर को नोच -नोच कर खा गए। यह कितना सोचनीय वाक्यांश है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश सरकार की जानवरों के प्रति सुरक्षा और व्यवस्था की योजनाएं जो करोड़ों रुपए खर्च करके बनाई गई है वहां सिर्फ कागजों पर दिखाई दे रही है।