बीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
प्रयागराजः राजर्षि टंडन सेवा केंद्र परिसर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। यहां एक ओर ब्राह्मण मंत्रों का उच्चारण कर रहे थे तो दूसरी ओर मौलवी रस्म अदा करवा रहे थे। आयोजन था सामूहिक विवाह समारोह का। इसमें हिंदू रीति से शादी कराई गई तो मुस्लिम रीति से निकाह संपन्न कराया गया। सभी जोड़ों ने एक-दूसरे का हाथ थामा और इसके गवाह सैकड़ों लोग बने।
दिव्यांग जोड़ी ने सात जन्मों तक बांधी एक दूजे संग जिंदगी
स्वराज विकलांग (दिव्यांग) सेवा समिति की ओर से आयोजित इस आयोजन को नाम दिया गया दिव्यांग स्वाभिमान सम्मान पुनर्वास एवं सामूहिक विवाह समारोह का। इस अनूठे समारोह में एक खूबसूरती और भी थी। परिणय सूत्र में बंधने वाले कुल 19 जोड़ों में दिव्यांग गीता व देवी दयाल भी थे। वह दोनों ह्वील चेयर पर आए थे। उन्होंने हंसी-खुशी माहौल के बीच ह्वील चेयर पर ही बैठकर एक-दूसरे को जयमाल पहनाई, सात फेरे लिए। फिर दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा। इस अनोखे पल को उनके अपने व करीबी लोगों ने मोबाइल कैमरों में कैद किया।
3 फीट के धर्मेंद्र व 2 फीट की धनलक्ष्मी भी आकर्षण का रहीं केंद्र
सामूहिक विवाह समारोह में राजापुर के रहने वाले करीब तीन फीट के धर्मेंद्र कुमार और तेलियरगंज की रहने वाली करीब दो फीट की धनलक्ष्मी लोगों के आकर्षण का केंद्र रहीं।
बता दें कि समारोह स्थल पर सभी दूल्हे बैंक रोड से हाथी-घोड़े व बग्घी पर सवार होकर पहुंचे। यहां उनकी आरती उतारी गई और मंडप में शादी कराई गई। सभी को उपहार में चलित दुकान दी गई। दिव्यांग जोड़ों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र भी दिया गया। शादी के मंत्र श्रीप्रकाश ने पढ़े तो निकाह इमाम मो. इदरीश रजा मिसबाही ने कराया। मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति नीरज तिवारी, न्यायमूर्ति अरुण कुमार टंडन व राजकुमार चोपड़ा मौजूद रहे। समारोह में अमित कुमार सिंह, वीके मित्तल, डॉ. यूबी यादव, डॉ. शैलेंद्र मिश्र, बृजेश मिश्र, आरके राजू, श्रीनारायण