विवेक कुमार मिश्र की रिपोर्ट
पट्टी। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की भूमि जमीन का रिकॉर्ड सरकारी कार्यालयों में होता है खतौनी निकालकर और नक्शे पर दर्ज जमीन का एक रिकॉर्ड बना होता है लेकिन आबादी की जमीन पर जिसका भी कब्जा होता है उसी का अधिकार होता है लेकिन उसका कोई रिकार्ड सरकार के पास नहीं होता है इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आबादी की जमीन को भी चिन्हित करते हुए उसका उपयोग करने वाले किसानों को स्वामित्व प्रमाण पत्र प्रदान करने की कवायद शुरू कर रही है इसी संदर्भ में तहसीलदार और नायब तहसीलदार राज कपूर के साथ पट्टी तहसील क्षेत्र के भरोखन गांव के प्राथमिक विद्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसने दर्जनभर ग्रामीण उपस्थित रहे कार्यक्रम में तहसीलदार ने बताया कि ग्रामीण आबादी की जमीन पर कोई भी रिकॉर्ड सरकारी कार्यालय में मौजूद नहीं रहता है इसी संदर्भ में सरकार ने यह कवायद प्रारंभ किया है ड्रोन के जरिए आबादी की जमीन को चिन्हित करके उसका नक्शा तैयार किया जाएगा जिसमें सफाई कर्मी लेखपाल और प्रधान की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
ग्रामीणों की कम संख्या देख भड़के तहसीलदार
ग्राम सभा भरोखन के प्राथमिक विद्यालय में महज दर्जनभर ग्रामीणों को देख कर के तहसीलदार भड़क उठे उन्होंने लेखपाल शंकर पटेल को फटकार लगाई ग्रामीणों को न आने पर नाराजगी जताते हुए दोबारा ऐसी गलती ना करने का निर्देश दिया। आखिर एक ऐसी बैठक जिसमें सिर्फ दर्जनभर ग्रामीण
भरोखन प्राथमिक विद्यालय पर आयोजित इस बैठक में सिर्फ एक दर्जन भर ग्रामीणों को देख कर के अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस गांव की आबादी दो हजार से ज्यादा है वहां सिर्फ बैठक में एक दर्जन भर लोग मौजूद रहे जिसकी चर्चा लोग आपस में करते रहे।