विजय कुमार की रिपोर्ट
कन्नौज – आलू के बीज शोधन की दवा आलू और किसानों के लिए घातक बन गई खेत में बीज बोने के बाद आलू की पौध नहीं निकली इससे किसानों का न सिर्फ बीज मारा गया बल्कि उसकी मेहनत पर भी पानी फिर गया किसानों ने उप कृषि निदेशक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई शिकायती पत्र में दवा की वजह से आलू की पौध ना निकलने की बात कही है इस पर कृषि अधिकारी ने एक बीज की दुकान को निलंबित कर दिया और दूसरी दुकान को सील कर दिया गया है वही बीज की सप्लाई करने वाले डीलर को भी नोटिस दिया गया है मानीमऊ क्षेत्र में सैकड़ों बीघा आलू के बीज में पौध नहीं निकली फसल खराब होने पर लाखों का नुकसान हो गया है इससे किसान काफी परेशान है कुछ का तो खेतों में बीज सड़ चुका है पीड़ित किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग मानीमऊ क्षेत्र के किसानों ने आलू बीज शोधन के लिए कटियार बीज भंडार व कटियार कृषि सेवा केंद्र से दवा ली थी 15 दिन से अधिक दिन बीत जाने के बाद आलू की पौध नहीं निकली इस पर किसानों ने गलत दवा देने का आरोप लगाकर उप कृषि निदेशक कार्यालय पर शिकायत की शिकायत पत्र मिलने के बाद जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार सिंह ने दोनों दुकानों पर निरीक्षण किया इसके बाद आवेश कुमार सिंह ने कटियार बीज भंडार की दुकान को सील कर दिया वही कृषि सेवा केंद्र की दुकान को निलंबित कर दिया कृषि सेवा केंद्र को दवा देने वाले गुरसहायगंज के आदित्य बीज भंडार के दुकानदार को नोटिस दिया गया है जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषि सेवा केंद्र के दुकानदार ने धनस्टिन की दवा किसानों को दी थी कटियार बीज भंडार ने बलीडा माइसिन स्मिथ एंड स्मिथ की दवा दी थी एक दवा मेरठ की कंपनी तथा दूसरी दिल्ली स्थित कंपनी की है अधिकारी ने बताया कि बलीडा की दवा एंटी बैक्टीरिया के लिए डाली जाती है धनस्टिन की आलू शोधन के लिए है कृषि सेवा केंद्र ने 65 लीटर दवा भेजी थी यह दोनों दवाएं सस्ती मिलती है इसीलिए किसान अधिक पसंद करता है वही कटियार बीज भंडार के संचालक ने बताया कि 100 से अधिक किसानों ने दवा ली है सभी किसान अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं अभी तक कुछ लोगों ने शिकायत की है वही इस मामले को जिला अधिकारी एस के शुक्ला ने संज्ञान में लिया है जल्द कार्रवाई करने को कहा है।