कानपुर। गंगा किनारे बसे उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में दो हजार से ज्यादा शव मिलने और घाट किनारे लाशों के दफन होने की ‘दैनिक भास्कर’ की खबर का असर दिखने लगा है। शनिवार से PAC और SDRF की टीमों ने इन 27 जिलों में गंगा नदी में पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा अन्य नदियों के किनारे भी पुलिस की गश्त शुरू हो गई है।
नदियों के किनारे बसे गांवों और इलाकों में पुलिस ने अनाउंसमेंट शुरू कर दिया है। लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि अगर कोई लाश को धार्मिक रीति-रिवाज से हटकर नदी में प्रवाहित करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ज्यादातर जिलों में एसएसपी और एसपी ने खुद घाटों पर पहुंचकर जायजा लिया।
1140 किमी में 2 हजार से ज्यादा शव; कानपुर, उन्नाव, गाजीपुर और बलिया में हालात सबसे ज्यादा खराब’ हेडिंग से खबर चलाई थी। शाम होते ही यूपी सरकार हरकत में आ गई। सरकार ने तुरंत शासनादेश जारी कर नदियों में शवों के प्रवाहित करने पर रोक लगा दी। सभी जिलों के प्रशासनिक अफसरों को आदेश दिया गया कि वो नदियों के किनारे पेट्रोलिंग शुरू कराएं।