मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई-जनपद मे जहाँ योगी के अफसर को ही शासन के आदेश की जानकारी नहीं है की संस्थान खुलेंगे या होंगे बन्द है
जहाँ पूरा देश इस समय आपदा से गुजर रहा है लेकिन हरदोई में लखनऊ रोड पर बने एस एस इंस्टीट्यूट व पिहानी रोड पर बने निर्मला इंस्टीट्यूट ने आपदा में भी अवसर खोज लिया है जो बेहद ही शर्मनाक है संबंधित दोनो संस्थान धड़ल्ले से अपने पूर्व के समय से खुल रहे है और बन्द हो रहे है।जब कि शासन का आदेश है कि सभी शिक्षण संस्थान 30 अप्रैल तक बन्द रहेंगे उसके बाबजूद यह दोनों शिक्षण संस्थान धड़ल्ले से प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे है जिससे प्रतीत होता है कि इन संस्थानों ने आपदा में भी अवसर खोज लिया है इन संस्थानों को हर कीमत पर अपना सेमिस्टर पूरा कर नया सत्र शुरू करना है जो बेहद ही शर्मनाक है।जब इस बारे में संस्थान के मालिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव का आदेश दिखा दीजिये जिसमे बंदी का आदेश हो
जब कि शासन ने शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की है उसके बाबजूद शनिवार को संस्थान धड़ल्ले से खुल रहे है जिसका कबूल नामा यहां के ही एक स्टूडेंट ने किया है।शनिवार को संस्थानों का खुलना यह दर्शाता है कि हरदोई का प्रशासन कॅरोना को लेकर बिल्कुल गंभीर नही है बस बड़े बड़े दावे किए जा रहे है।जब इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान दिया कि उन्हें जानकारी ही नही है कि इस प्रकार के संस्थान खुलने चाहिए या नही जब योगी के अफसरों को यही नही पता कि क्या खुलना चाहिए और क्या बन्द होना चाहिए तो आखिर किस दम पर उत्तर प्रदेश के मुखिया बोल रहे है कि उत्तर प्रदेश कॅरोना के खिलाफ जंग जीतेगा सबसे बड़ा सवाल है
आखिर कब इस प्रकार के संस्थानों पर लगाम लगेगी या इस आपदा में भी सामाजिक रसूख के हिसाब से पावंदी लगाई जाएगी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ बच्चे व कुछ बच्चो के परिवार कॅरोना पॉजिटिव हुए है जिनको स्कूल आने से मना कर दिया गया है व कुछ अभिभावकों ने अपने बच्चो को स्कूल जाने पर रोक लगा दी है