सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। यूपी के फर्रुखाबाद में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां के पुलिस अधीक्षक डाॅ. अनिल कुमार मिश्र भले ही गरीब तबके के लिए रहमदिल हो, लेकिन कभी-कभी उनके खाकीधारी अपना असली रूप दिखाने में पीछे नहीं रहती। लाॅकडाउन में परिवार का पेट पालने निकले भोले-भाले गरीबों को आज पुलिस के डंडे का शिकार होना पड़ गया।
कस्बा तिराहे से फल का ठेला लेकर गुजर रहे गरीब ठेले चालक को डयूटी पर तैनात होमगार्डों ने फ्री में पपीता न देने पर बुरी तरह मारा-पीटा। पुलिसिया उत्पीड़न यहीं खत्म नहीं हुआ थाने में तैनात दरोगा धर्मेेन्द्र ने इन बकसूर गरीबों को हवालात में बंद कर दिया। तिराहे पर तैनात होमगार्ड रामरंजीत व सत्यवीर ने फ्री में पपीता देने से मना करने पर गरीब ठेले चालक आदेश पुत्र सुरेन्द्र, विकास पुत्र राधेश्याम को डयूटी पर तैनाती के दौरान बुरी तरह मारा-पीटा बाद में दरोगा धर्मेन्द्र कुमार ने इन दोनों को थाने के हवालात में बंद कर दिया।
ऐसे में असहाय, लाचार, गरीब फल विक्रेता रोते और गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन वर्दी के रौब में इन लाचारों पुलिस ने एक न सुनी। देखने वालों के भी इस घटना से दिल दहल गए। पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।