सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के औरैया में शनिवार तड़के हुए सड़क हादसे में 24 से अधिक प्रवासी श्रमिकों की जान चली गई। जबकि 36 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएसपी को कठोर चेतावनी देने के साथ ही आगरा के एडीजी, आईजी, एसएसपी, मथुरा के एसएसपी और अपर पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब कर लिया है। वहीं दो थानाध्यक्षों पर गाज गिरी है। वहीं, घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की और उनके परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
बॉर्डर के दोनों थानाध्यक्ष निलंबित
सीएम ने इस घटना का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए बॉर्डर के दोनों थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है। जबकि एसएसपी मथुरा, अपर पुलिस अधीक्षक मथुरा, एडीजी जोन आगरा और आईजी आगरा से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अलावा सीएम ने डीसीएम और ट्र्क मालिकों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं। दोनों पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप है। सीएम के आदेशों के बाद फतेहपुर सीकरी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
फरीदाबाद से गोरखपुर जा रहे थे मजदूर
सभी मजदूर फरीदाबाद से गोरखपुर जा रहे थे। हादसे के वक्त डीसीएम सडक़ के किनारे खड़ी थी। तभी ट्रक ने उसमें टक्कर मार दी। ग्रामीणों ने बताया कि डीसीएम चालक की भी गलती थी। हाइवे पर तेज रफ्तार में ट्रकेे चलती हैं। इसलिए उसे अपनी गाड़ी सडक़ के किनारे से हटाकर चाय के ढाबे की ओर खड़ी करनी थी लेकिन उसने गलती की और सडक़ से हटकर ही डीसीएम लगा दी। उधर ट्रक चालक जिसमें चूना लदा था और उसमें बड़ी संख्या में मजदूर सवार थे वह तेज रफ्तार में चला आ रहा था। उसे सडक़ किनारे खड़ी डीसीएम नहीं दिखी। बताया जाता है ट्रक डइवर नींद के झोंके में गाड़ी चला रहा था इसलिए उसे डीसीएम नहीं दिखी और वह उससे भिड़ गया।
ज्यादातर बिहार और झारखंड के
घायलों में ज्यादातर लोग बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के हैं। हादसे में मरने वालों में राहुल पुत्र विभूति निवासी गोपालपुर थाना पिंडा जोरा झारखंड, नदकिशोर, कनी लाल पिंडा जोरा झारखंड, केदारी यादव पुत्र मुन्ना यादव निवासी बारा चट्टी बिहार, अर्जुन यादव, राजा गोस्वामी, मिलन निवासी पश्चिम बंगाल, गोवर्धन पुत्र गोरांगो, अजीत पुत्र अमित निवासी पशिम बंगाल, चन्दन राजभर, नकुल महतो, सत्येंद्र निवासी बिहार, गनेश निवासी पुरुलिया पश्चिम बंगाल, उत्तम, सुधीर निवासी गोपालपुर, डॉक्टर मेहती, मुकेश, सोमनाथ गोस्वामी आदि हैं। बस में 85 यात्री सवार थे।
अभी तक 15 मृतकों की शिनाख्त हो सकी है। मृतकों में झारखंड के सात मजदूर, पश्चिम बंगाल के चार, बिहार-उत्तर प्रदेश के दो-दो मजदूर हैं बाकी की पहचान के प्रयास चल रहे हैं।