कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार चाहे जितने दावे करे लेकिन मिड डे मील योजना सरकार की पोल खोलती नजर आ रही है। मामला मिर्जापुर के मझवां ब्लाक में बरैनी गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है। जहां पर 400 ग्राम दूध 32 बच्चों में बांट दिया गया है।
बता दें कि बुधवार को विंध्याचल मंडल के मंडलीय समन्वयक एमडीएम के निरीक्षण के लिए क्षेत्र में गए थे। इसी दौरान उन्होंने बरैनी गांव के जूनियर हाईस्कूल का विंध्याचल मंडल के मंडलीय समन्वयक एमडीएम का निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल में कुल 32 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। जबकि 68 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। निरीक्षण के दौरान किचन में चार सौ ग्राम दूध का सिर्फ एक पैकेट मिला। पूछने पर रसोइया ने बताया कि चार सौ ग्राम दूध में ही पानी मिलाकर 32 छात्रों में बांट दिया गया है। एक किलो चावल की तहरी भी वहीं चूल्हे पर पक रही थी। रसोइया की बात सुन कर राकेश तिवारी के होश उड़ गए।
मंडलीय समन्वयक ने सहायक अध्यापक प्रकाश नाथ पटेल व सहचर रमेश से इस बारे में पूछताछ की। जानकारी सही मिलने पर ने निष्ठा ट्रेनिंग में गए प्रधानाध्यापक तेजू को फोन पर कड़ी फटकार लगाई। मंडलीय समन्वयक ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा है।
मिर्जापुर के बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बरैनी पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दूध का मामला मेरे संज्ञान में आया है। एक किलो चावल से तहरी बनाने की जानकारी मुझे नहीं है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जांच में जो दोषी पया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।