सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लगभग साढ़े तीन लाख वकील आज यानि सोमवार एक दिन की हड़ताल पर थे। हड़ताल की वजह से इलाहाबाद हाईकोर्ट और लखनऊ बेंच समेत सूबे की जिला अदालतों और तहसीलों के साथ ही दूसरे ट्रिब्यूनल्स में कोई कामकाज भी नहीं हो पाया।
यूपी बार काउंसिल ने अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल का आह्वान किया है।
बता दें कि सूबे के वकीलों की यह हड़ताल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं किये जाने के साथ ही वकीलों पर हो रहे हमलों और उन मामलों में सरकार द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में बुलाई गई । वकीलों ने कामकाज ठप कर अपनी-अपनी अदालतों के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं वकील कोर्ट के बाहर सभाओं का आयोजन किया।
वकील लाल पट्टी बांधकर दर्ज करेंगे विरोध
गौरतलब हो कि प्रदेश भर के वकील पिछले काफी समय से वकीलों के परिचय पत्र, हत्या, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट सहित कई मांगों को लेकर आंदोलित हैं। इस हड़ताल में इलाहाबाद हाईकोर्ट, जिला कोर्ट, सेल्स टैक्स, इनकम टैक्स, रेवन्यू, कैट के शामिल वकील आज न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। साथ ही अपनी मांगों को लेकर वकील लाल पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
आंदोलनों का सिलसिला आगे भी रहेगा जारी
यूपी बार काउंसिल के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने मीडिया को वकीलों के आंदोलनों की जानकारी देते हुए बताया कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। 23 मार्च को अधिवक्ता तहसील उप जिला मुख्यालयों पर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। 30 मार्च को वकील प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों एवं तहसील मुख्यालयों पर प्रदेश सरकार का पुतला फूंकेंगे। 15 अप्रैल को लखनऊ में अधिवक्ता पूरे ड्रेस में विधानसभा का घेराव करेंगे।