कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एशिया की सबसे बड़ी यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही योगी सरकार की सख्ती के कारण 239133 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी है। जिसमें हाईस्कूल के 157042 छात्र और इंटरमीडिएट के 82091 छात्रों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा छोड़ी है। इसके साथ ही यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही 34 छात्र नकल करते हुए पकड़े गए और 6 छात्रों समेत 7 पर एफआईआर दर्ज की गई है।
यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई। शिक्षकों के अनुसार बताया जा रहा है कि जिन जो छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हैं उनका परीक्षा छोड़ने का सबसे बड़ा कारण उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की सख्ती हो सकती है। या फिर परीक्षा तैयारी न होना भी इसका बड़ा कारण हो सकता है।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पूरे प्रदेश भर में 7784 परीक्षा केन्द्र पर हुई। इस बार की यूपी बोर्ड की परीक्षा में प्रदेश भर में हाईस्कूल और इंटरमीडिए के कुल 5601034 लाख परीक्षार्थियों ने पंजीकरण करवाया था। जिसमें सर्वाधिक 3033961 परीक्षार्थी हाईस्कूल और 2567073 इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी शामिल हैं। यूपी बोर्ड परीक्षाओं को पारदर्शी और नकल विहीन तरीके से कराने के लिए बोर्ड अधिकारियों पर बढ़ा दबाव रहा। प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे वॉइस रिकॉर्डर के बीच कड़ी निगरानी के साथ यूपी बोर्ड परीक्षा का पहला दिन खत्म हुआ।