शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ – राजधानी लखनऊ के मोहनलाल गंज तहसील में स्थित खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश के वितरण केंद्र में बैठे अधिकारियों की सांठगांठ के चलते समूचे क्षेत्र में कोटेदारों द्वारा गरीबों के राशन में डाका डाला जा रहा है। जिसकी शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा कई बार उप जिला अधिकारी से लेकर जिला अधिकारी तक की गई इसके बावजूद विभाग के अधिकारियों व इनके चहेते कोटेदारों पर आज तक लगाम न लग सकी जिसके परिणाम स्वरूप क्षेत्र के कोटेदार आज भी लूट घसूट करने में अमादा है l
इस विभाग की कोटेदारों से मिलीभगत की एक बानगी तब देखने को मिली जब ग्राम सभा डीघारी के आधा दर्जन से अधिक उपभोक्ताओं ने इसी गांव के कोटेदार के खिलाफ उप जिलाधिकारी को हस्ताक्षर युक्त शिकायती पत्र देकर बताया कि यहां के कोटेदार द्वारा प्रत्येक महीने में राशन वितरण में काफी हेराफेरी कर रहे है। इसमें ग्राहकों के लिए राशन तोल में भारी घट तोली होती है और उपभोक्ताओं के अंगूठा लगवा कर राशन के लिए हफ्तों दौड़ाया जाता है और राशन की दुकान का कोई खुलने का समय भी सुनिश्चित नहीं है l उपभोक्ताओं ने उप जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में आगे यह भी बताया की कोटेदार की शिकायत करने पर हम लोगों को देख लेने की धमकियां भी दी जाती हैं। जब गांव के लोग दुकान पर राशन लेने जाते हैं तो कोटेदार द्वारा अपनी मनमानी करते हुए प्रति ग्राहक के हिसाब से 2 से लेकर 3 किलो तक कम राशन दिया जाता है । यह बात कोटेदार से पूछी जाती है तो वह अपनी दबंगई के बल पर अपना गुस्सा ग्राहकों से उतारते हुए उनके राशन कार्ड को फाड़ कर फेंक देते हैं और धमकी देते हैं कि, जाओ जो करना हो कर लो हमें भी नीचे से लेकर ऊपर तक घूस देनी पड़ती है l अगर हम तुम लोगों के राशन से घट तोली नहीं करेंगे तो क्या ऊपर बैठे अधिकारियों को अपने घर से देंगे? बताया जाता है कि खाद्य एवं रसद विभाग विपणण केंद्र के उच्च अधिकारियों और क्षेत्र के कोटेदारों के गठजोड़ ने केंद्र व प्रदेश सरकार के आदेशों को ही मानने से इंकार कर दिया है l जबकि सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त राशन वितरण करने के लिए सख्त हिदायत दी जा चुकी है। इसके बावजूद स्थानीय अधिकारी कोटेदारों के साथ मिलकर बंदर बांट करने में जुटे हुए हैं जिसका खामियाजा स्थानीय उपभोक्ताओं को भोगना पड़ रहा है।
गांव के लोगों ने इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर इसकी जांच कराने की मांग करते हुए दोषियों पर कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है l