संदीप सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ -शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक हुई जिसमें सरकार से करोना काल मै बंद हुई शराब दुकानों की लाइसेंस फीस वापस करने की मांग की गई। यदि फीस वापस न की गई तो प्रदेश भर के शराब कारोबारी अपनी दुकानें बंद कर सकते है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार एसपी सिंह और महामंत्री कन्हैया लाल ने कहा कि लाकडाउन के दौरान 45 दिनों से अधिक समय तक दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। एक रुपए का भी कारोबार नही हुआ जब की फीस पूरे साल की जमा की जाती है। यदि सरकार ने बंदी के दौरान की फीस वापस नहीं की तो प्रदेश भर के शराब कारोबारी अगले माह से विरोध प्रदर्शन करेगे। 9 अप्रैल को पूरे प्रदेशभर के कारोबारी काला फीता बांधकर पैदल मार्च करेगे।
उत्तर प्रदेश में शराब की करीब 30 हजार से अधिक दुकाने है। इससे सरकार को बहुत बड़ा राजस्व मिलता है करीब 15 से 20 लाख की फीस जमा करनी पड़ती है । उन्होंने सरकार से दरख्वास्त की है की वो शराब कारोबारियों की इस मांग पर ध्यान दे।