अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट
लखनऊ।पूरे प्रदेश में दीपावली को बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। इस प्रकाश पर्व पर लोगों के घर की देहरी एक बार फिर जगमगा उठी है। हालांकि इस बार की दीपावली हर साल के उत्सव काफी अलग है। इसके बावजूद लोगों में त्यौहार को लेकर भारी उत्साह और उमंग साफ देखा जा सकता है। परिवार के साथ मिलकर विधिवत पूजा अर्चना के बाद लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर दीपावली की शुभकामनाएं दे रहें।
पिछले कई दिनों से बाजार में भी भारी उत्साह देखा गया। लोग बड़ी संख्या में सामान खरीदते हुए दिखाई दिए। शाम होते-होते जहाँ घर दीपकों से जगमगाने लगे वहीं बाजार भी दीपकों की रोशनी से नहा उठे।
अनेक इमारतें झालरों की रोशनी से जगमगाती नजर आईं। हालांकि प्रदूषण के कारण राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध की वजह से इन जिलों में पटाखे जलाने का सिलसिला काफी कम रहा।
पिछले वर्षों के विपरीत इस बार बाजारों में रौनक नहीं दिखी और कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोगों ने बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से आमतौर पर परहेज किया। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया समुदाय के लोगों के साथ दिवाली मनाई।
प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नम्बर तीन में वनवासियों के बीच दीवाली मनाते हुए कहा कि गरीबों के चेहरे पर खुशहाली लाना ही दिवाली की सार्थकता है। संबोधन के दौरान वनटांगियों के लिए अपने संघर्ष को याद कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि देश को आजादी 1947 में ही मिल गई लेकिन वनटांगियों को वास्तविक आजादी पाने में उसके बाद भी 70 साल लग गए।
उन्होंने कहा कि वनटांगिया गांवों में लोग झोपड़ी में, ढिबरी की रोशनी में रहने को मजबूर थे। यहां सिर्फ गरीबी दिखती थी। वह यहां की समस्याओं से वाकिफ थे। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद इन वनवासियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा गया।
पटाखों से दूरी
इस बार की दीपावली में युवा पटाखों के बजाए डिजिटल दिवाली मना रहे हैं। प्रदेश सरकार की अपील के बाद लोग इस बार सिर्फ दीपकों के साथ ही दीपावली मनाई।
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आ रही तस्वीरों में लोग अपने परिवार के साथ दिवाली मनाते दिखे। घरों को सुन्दर तरीके से सजाया गया । लोग दीपकों के साथ-साथ इस बार लाइटिंग भी करते दिखाई दिए। कोरोना के कारण इस बार लोग घर से बाहर निकलने से परहेज किया। दोस्तों और रिश्तेदारों के बजाए परिवार के साथ ही दीपावली मनाई।
मिट्टी के दीपकों की धूम
प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद इस बार बाजार में मिट्टी से बनें दीयों की धूम रही है। लोगों ने इस बार चाइनीज सामानों के बजाए देश में बनी सामाग्री का ही खरीदते हुए दिखाई दिए।