सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ । इस वर्ष यूपी में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बड़ा बदलाव किया जा सकता है। आगामी पंचायत चुनाव में 2 से ज्यादा बच्चों वाले प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसके संकेत सोमवार को विधानसभा में जनसंख्या नियन्त्रण को लेकर हुई बहस से दिए गए, जिसमें बताया गया कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर नई नीति जल्द ही लागू की जा सकती है। वहीं परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के मकसद से पंचायत चुनाव से पूर्व इसे लागू किया जाएगा। हरियाणा, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की तरह आगामी पंचायत चुनाव में वही प्रत्याशी चुनाव लड़ सकेंगे जिनके 2 से ज्यादा बच्चे नहीं हैं।
ये भी पढ़ें- VRS लेने वाले सभी राज्य कर्मचारियों के लिए बुरी खबर, पेंशन को लेकर सरकार ने लिया बड़ा फैसला
जनसंख्या नियन्त्रण को लेकर सरकार गंभीर-
सोमवार को विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने सरकार से जनसंख्या नियन्त्रण को लेकर सवाल किए, जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या देश व प्रदेश के लिए गम्भीर समस्याओं में से एक है। यूपी में इस पर नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रम 1950 के दशक से चलाया जा रहा है, जिसके तहत परिवार को सीमित रखने के लिए स्थाई एवं अस्थाई विधियाँ सेवा केन्द्रों पर निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। परिवार नियोजन कार्यक्रम लक्ष्य मुक्त व पूर्णतः स्वैच्छिक कार्यक्रम है। वहीं विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने इसको लेकर कहा कि दिनों दिन जटिल हो रही इस समस्या के प्रति सरकार गंभीर है।
इसी आश्वासन के बाद से ही पंचायत चुनाव में जनसंख्या नियंत्रण नीति लागू करने की चर्चाएं जोर पकड़ रही है। माना जा रहा है कि अन्य राज्यों की तरह 2 से ज्यादा बच्चे वालों को आगामी पंचायत चुनाव में लड़ने से रोका जा सकता हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 59,163 ग्राम पंचायतें हैं।