सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। कोरोना वायरस के मद्देनजर शहर के कई मंदिरों में भी मुस्तैदी दिखाई देने लगी है। राजधानी के हनुमान सेतु मन्दिर में सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगता है लेकिन कोरोना के मद्देनजर मन्दिर में प्रसाद व फूल चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। कोरोना वायरस के डर से कई मन्दिरों में भक्तों की संख्या घट गई है। कोरोना से बचने के लिए मन्दिर कमेटी की ओर से मन्दिर के सभी पुजारियों व कर्मचारियों का मास्क दिए गए हैं। इसके साथ ही दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों से एक एक मीटर की दूरी बनाकर दर्शन करने का अग्रह किया जा रहा है। कोरोना के कारण शाम को होने वाला सुन्दरकाण्ड नहीं किया गया।
भारत सरकार की एडवाइजरी पर संकट मोचन हनुमान मंदिर ट्रस्ट और बाबा नीब करौरी महाराज आश्रम की ओर से मंगलवार से ही मंदिर में प्रसाद और फूल मालाएं चढ़ाना स्थगित कर दिया गया। वहीं, सुशांत गोल्फ सिटी सेक्टर एफ स्थित राधा रमण बिहारी (इस्कॉन) मंदिर के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास ने बताया कि रविवारीय सत्संग आगामी 2 अप्रैल तक स्थगित कर दिए गए हैं।
सैनिटाइजर से कराए जा रहे भक्तों के हाथ साफ
हजरतगंज स्थित दक्षिण मुखी मंदिर में जगह-जगह सैनिटाइजर और हैंडवॉश के लिए बोतल रखवाई गई है। ताकि सभी भक्त भगवान के दर्शन करने से पहले हाथ धो सकें। मुख्य पुजारी अनिल त्रिपाठी ने कहा कि वह मंदिर की ओर से लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। चौक बड़ी कालीजी मंदिर के मुख्य पुजारी शक्तिदीन अवस्थी ने बताया कि मंदिर के सेवादार मास्क लगाकर सेवा दे रहे हैं। वह भक्तों की भीड़ एकत्रित नहीं होने दे रहे हैं। वहीं, सैनिटाइजर से भक्तों के हाथ साफ करवाए जा रहे हैं।
कोरोना महामारी से छुटकारा पाने की प्रार्थना की
अलीगंज के नये हनुमान मन्दिर में रोजना की तरह सुबह से लोग दर्शन करने पहुंचे। शाम को भक्तों ने सुन्दरकाण्ड पाठ करके हनुमान महाराज से कोरोना महामारी से छुटकारा पाने की प्रार्थना की। अलीगंज के पुराने हनुमान मन्दिर, अमीनाबाद हनुमान मन्दिर, मेडिकल कालेज चैराहा स्थित छांछी कुंआ हनुमान मन्दिर में साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भक्तों से साफाई के साथ दर्शन करने का अग्रह किया जा रहा है।