हमारे लखनऊ ब्यूरो की रिपोर्ट
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के बस्ती में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक चौकी इंचार्ज को गश्त के दौरान लाश बरामद की। बताया जा रहा है कि लखनऊ से बक्से में रखकर लाश पिकअप पर ला रहे थे तभी गश्त के दौरान चौकी इंचार्ज ने बक्से से उठ रही दुर्गंध को लेकर शक हुआ तो वो वाहन को रूकवाया। दारोगा ने जब पिकअप में बैठे 2 लोगों से पूछताछ किया तो वो दोनो डर गए।
जिसके बाद पुलिस ने बक्सा खुलवाया तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया। पुलिस अधिकारी भी लाश देखकर हैरान से रह गए। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तब पता चला कि बक्से में बरामद शव कमाल नाम के युवक का है और मृतक कमाल व हत्यारा नजीमुद्दीन उसका ससुर है, जो कि लखनऊ का रहने वाला है। इस हत्याकांड में मृतक की पत्नी भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, दोनों लखनऊ में हत्या करने के बाद लाश को बस्ती में ठिकाने लगाने चले थे, लेकिन उनकी मंशा पर पुलिस ने पानी फेर दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़े बन चौकी के पास लाश को ठिकाने लगाते समय पुलिस ने शक के आधार पर धर दबोचा। हत्यारा नजीमुद्दीन बस्ती जनपद में ही इंजीनियर के पद पर तैनात था और वह अब रिटायर हो चुका है, आरोप है कि वह अपने दमाद की हत्या कर लाश बस्ती में फेंकने के फिराक में था।
एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि मृतक का अपने ससुर से 400000 लेन-देन का मामला चल रहा था। मृतक कमाल अहमद ने अपने रिश्तेदार नजीमुद्दीन से पैसे लिए थे। उधारी न वापस करने पैर 3 जनवरी की रात उसकी हत्या कर दी गई। मृतक कमाल के सिर पर सब्बल से मारकर हत्या कर दी। इस वारदात में मृतक कमाल की पत्नी भी शामिल थी और निजामुद्दीन उसके साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। मृतक कमाल और उसका परिवार लखनऊ के हबीबपुर का रहने वाला था।