कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
कानपुर के बाल संरक्षण गृह में बच्चियों से हुए घिनौने अपराध को लेकर आम आदमी पार्टी ने यूपी सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा है। ‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि इस मामले पर योगी सरकार का जो बयान सामने आ रहा है वह बेहद शर्मनाक है।
संजय सिंह ने कहा, ‘‘योगी का बेशर्म प्रशासन ये कह रहा है कि ये लड़कियां तो दूसरे जिलों से लाई गईं थीं। इसका मतलब ये कि आप मान रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में 7 नाबालिग लड़कियों का बलात्कार हुआ। उस पर पॉक्सो लगा होगा, एफआईआर दर्ज हुई होगी, धाराएं लगी होगी, उसपर क्या कार्रवाई हुई? क्योंकि पॉक्सों के तहत अगर कोई मामला दर्ज किया जाता है तो उसकी निश्चित समय में कार्रवाई की जाती है।’’
संजय सिंह ने कहा, ‘योगी ने इसपर क्या कार्रवाई की ये बताने की बजाय एक घटिया सी दलील सामने लेकर आ गए कि बाहर से जब आई थीं तभी गर्भवती थीं। इसका मतलब आप स्वीकार कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के अंदर 7 नाबालिग बच्चियों का रेप हुआ था, वो प्रेग्नेंट थी इसीलिए उन्हें बाल संरक्षण गृह में रखा गया।’’
संजय सिंह ने कहा, 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। अब वह लड़कियां किसके संपर्क में आईं, कहां पर निकलीं, कैसे उन्हें कोरोना हुआ ये बताना चाहिए प्रशासन को। मुझे लगता है कि देवरिया कांड के बाद कानपुर कांड उत्तर प्रदेश का बहुत बड़ा कांड हुआ है। जिसमें योगी का प्रशासन, कानपुर के डीएम-एसपी सब मामले में लीपापोती करने में लगे हुए हैं। पूरे मामले का सच यूपी की जनता के सामने आना चाहिए। क्या कार्रवाई हुई ये भी योगी को बताना चाहिए। पूरे मसले को लेकर 23 तारीख को आम आदमी पार्टी पूरे प्रदेश के सभी जिलों में हम विरोध प्रदर्शन करेगी’ ।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे सरकार
इस मामले को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार का घेराव किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंंह यादव ने मामले की कड़ी निंदा की है।
शिवपाल ने ट्वीट कर लिखा है कि यह शर्मनाक है कि कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में कोरोना जांच के दौरान 7 बालिकाएं गर्भवती पाई गईं हैं, जबकि एक बालिका में #HIV संक्रमण व 57 बालिकाओं में #COVID19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। मानवीय स्वास्थ्य व जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे सरकार।
इससे पहले अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह से आई ख़बर से उत्तर प्रदेश में आक्रोश फैल गया है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना से व एक एड्स से भी ग्रसित पाई गयी है, इनका तत्काल इलाज हो। सरकार शारीरिक शोषण करनेवालों के ख़िलाफ़ तुरंत जांच बैठाए।
प्रदेश के सभी बालिका गृह की जांच हो
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने यूपी सरकार पर सवाल खड़ा किया है। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह मामले के बाद भी सरकार गंभीर नहीं हुई। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा का दावे खोखले नजर आ रहे हैं जो कि शर्मनाक हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से सभी बालिका गृहों की जांच की मांग की है।
राजभर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कानपुर राजकीय बालिका गृह में 57 कोरोनो पाजि़टिव लड़कियों में 2 नाबालिग लड़कियाँ प्रेग्नेंट व कई एचआईवी से संक्रमित।’ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, की बात करने वालों के सरकार में राजकीय बालिका गृह तक की बच्चियाँ सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश के सभी बालिका गृह की जांच हो।’’
योगी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है, बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह मामले के बाद भी गंभीर नहीं हुई सरकार, जैसे कोई मामला सामने आ जाता है, अधिकारी लीपापोती करने में लग जाते हैं। बालिका गृह बन गया शोषण का अड्डा,सरकार चाहे नीतीश कुमार की हो या फिर योगी आदित्यनाथ की, महिला सुरक्षा के दावे खोखले ही नजऱ आते हैं।
बता दें कि कानपुर की राजकीय बालिका संवासिनी गृह में 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। इनमें 7 गर्भवती हैं। दो गर्भवती लड़कियों में से एक एचआईवी पॉजिटिव भी है वहीं दूसरी लड़की को हेपेटाइटिस सी का संक्रमण है।