शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ। शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर उप्र ऊर्जा क्षेत्र के संघर्ष के इतिहास मे आप सबने चट्टानी एकता के बल पर निर्भय होकर उप्र सरकार को आन्दोलन की ताकत का एहसास कराकर एक एतिहासिक इबारत लिखने का कार्य किया है।
इस ऐतिहासिक इबारत के लिखावट मे राज्य विद्युत परिषद जूनियर इन्जीनियर्स संगठन उप्र के सदस्यो/पदाधिकारियो का उत्कृष्ट भागीदारी रही।
लखनऊ मुख्यालय पर जैसे ही केंद्रीय नेतृत्व एवं सैकड़ो बिजली के कर्मियो की गिरफ्तारी का संदेश पाकर प्रदेश के कोने कोने मे जेल भरो का लहर सी उमड़ पडी।
आप सबके इस अदम्य साहस एकता के सामने उप्र की सरकार भारी दबाव महसूस कर गिरफ्तार हुये हुये बिजली कर्मियो,अवर अभियन्ताओ/अभियन्ताओ को नि:शर्त छोडने पर मजबूर हुई।
आंदोलन की रणनीति के दृष्टिगत प्रदेश भर के कोने कोने सभी शाखाओ मे गिरफ्तार हुये सभी सथियो की नि:शर्त रिहाई के बाद राजधानी मुख्यालय पर गिरफ्तार हुये केंद्रीय पदाधिकारियो सहित सैकड़ो मित्रो अस्थायी जेल लखनऊ से बाहर अपने अपने घरो को वापस हुये।