सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ । राजधानी पुलिस ने शुक्रवार को लॉक डाउन के उल्लंघन करने के आरोप में छह एफआइआर दर्ज की। विभूूतिखंड में पॉलीटेक्निक चौराहे के पास स्थित पेट्रोल पंप पर दूध की मंडी लगाने वाले 12 लाेगाेें के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक रोक के बावजूद भीड़ लगाकर दूध की मंडी लगाने वाले नर्दम, राम सजीवन, कमरुददीन, मुईद, उदय, बाबू अहमद, फारूख, रमजान अली, फुरकान, नसीम, हिमांशु और जहीर के खिलाफ रिपोर्ट लिखी गई है।
वहीं नाका पुलिस ने दुकान बेवजह एकत्र होकर बातचीत करने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। इसके अलावा विकासनगर और आलमबाग पुलिस ने दो-दो एफआइआर दर्ज की है। पुलिस आयुक्त ने बेवजह सडकों पर टहलने और नियमों का पालन नहीं करने वालाेेंं के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
काकोरी के काजीगढ़ी स्थित मस्जिद में शुक्रवार को आरोपित नमाज पढ़ने केे लिए एकत्र हो गए। जानकारी पाकर इंस्पेक्टर काकोरी घनश्याम मणि पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और नौ लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने काकोरी कस्बा निवासी दीन मोहम्मद, अकबाल अहमद, इकबाल अहमद, मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद रईस, कलीम अहमद, अब्दुल सलाम, मोइन व आसिफ के खिलाफ धारा रिपोर्ट दर्ज की है।
सर्वोदय नगर मस्जिद में मिले 14 जमाती
इंदिरानगर के सर्वोदय नगर स्थित पीर वाली मस्जिद में 14 जमातियों को पकडा गया है। सभी नरेला दिल्ली के रहने वाले हैं और 29 फरवरी को लखनऊ आए थे। पुलिस ने सभी को बीकेटी में बने क्वारंटाइन वार्ड में शिफट किया है। पुलिस के मुताबिक सीएमओ की टीम से संपर्क किया गया है। सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। इन्हें 14 दिन तक क्वारंटाइन रखा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
जॉपिलंग रोड स्थित फार्चून होटल बुक कराने गुरुवार रात को पहुंचे मेलशिया के तीनों युवकों को पुलिस ने नदवा कॉलेज वापस भेज दिया। तीनों नदवा के छात्र हैं। एसीपी हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक मेलशियाई युवकों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर वापस अपने देश जाने की बात कही थी। इनके दस्तावेज मलेशिया एंबेसी को भेजे गए हैं। पुलिस का कहना है कि कोराेेना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छात्रों ने वापस जाने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने जरूरी दस्तावेज भी दिए थे। प्रशासन की ओर से इस बाबत उन्हें अनुमति मिलने बाद ही मलेशिया भेजा जाएगा। छानबीन में पता चला है कि नदवा में बड़ी संख्या में छात्र मौजूद हैं। हालांकि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए वहां पर लॉक डाउन का पालन किया जा रहा है। परिसर से बाहर आने जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्वत के मुताबिक नदवा में विदेशी छात्र भी हैं। नदवा प्रबंधन ने छात्रों के बाहर आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।