शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खंड स्नातक और खंड शिक्षक क्षेत्र से 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए आज मंगलवार को मतदान शुरू हो गया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार मतदान सुबह आठ बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा और चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किया जाएगा।
शासन-प्रशासन ने चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को बताया कि सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सकुशल और शांतिपूर्ण मतदान के लिए दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। 11 सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस और शिक्षक संघों के अलावा निर्दलीय समेत कुल 199 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चुनाव से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने किनारा कर लिया है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक सबसे ज्यादा 30 उम्मीदवार मेरठ स्नातक क्षेत्र में जबकि सबसे कम 11 उम्मीदवार लखनऊ शिक्षक खंड निर्वाचन क्षेत्र में किस्मत आजमा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक एमएलसी की 11 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा। इसका परिणाम तीन दिसंबर को आएगा। मतदान की रफ्तार काफी धीमी है। अभी ज्यादातर बूथों पहीं आ रहे काफी कम संख्या में वोट पड़े हैं। कई बूथों पर तो अभी एजेंटों ने ही वोट डाले हैं।
मतदान कानपुर नगर, कानपुर देहात और उन्नाव जिले को छोड़कर प्रदेश के सभी 72 जिलों में हो रहा है। इन चुनावों में राजनीतिक दलों की सीधी भागीदारी तो नहीं है लेकिन राजनीतिक दलों ने इस चुनाव को भी राजनीति के रंग में पूरी तरह रंग दिया है। हर दल की कोशिश है कि वे इन 11 सीटों में ज्यादातर अपने पक्ष में कर ले जिससे विधान परिषद में भी उसकी ताकत बढ़ जाए। स्नातक कोटे की जिन पांच सीटों पर चुनाव हो रहे हैं उनमें दो वाराणसी और इलाहाबाद-झांसी सीट भाजपा के पास थीं।
आगरा सीट पर समाजवादी पार्टी, मेरठ तथा लखनऊ सीट पर शिक्षक दल का कब्जा था। शिक्षक वर्ग की छह-छह सीटों में तीन पर शिक्षक दल शर्मा गुट, एक पर सपा समर्थित और दो पर निर्दलीय काबिज थे। परिषद की इन सीटों पर कब्जा करने की कोशिश में राजनीतिक दलों ने अपनी विचारधारा को आगे कर रखा है।
कोविड गाइडलाइन का किया जा रहा पालन
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कोविड-19 के प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करवाया जा रहा है। इसके तहत मतदान कार्मिकों और वोटरों की सुरक्षा के लिए हर मतदान केन्द्र पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनेटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है। बूथ पर जाने वाले हर मतदाता की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। जिले में 34 हजार मतदाता हैं, जिनको स्नातक व शिक्षक एमएलसी पद के लिए वोट डालना है। इसके लिए लखीमपुर, गोला, मोहम्मदी, पलिया, बिजुआ, धौरहरा में मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 19 मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी की गई है। डीएम शैलेन्द्र सिंह, एसपी विजय ढुल ने मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। साथ ही चेतावनी दी कि बिना मास्क के कोई वोटर बूथ में प्रवेश नहीं करेगा। बता दें कि कोरोना काल मे जिले में यह पहला चुनाव हो रहा है।
केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत प्रत्येक मतदेय स्थल पर अधिकतम एक हजार वोटरों को ही वोट डालने की अनुमति प्रदान की है। निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान के लिए 11 प्रेक्षक तैनात किये गये हैं। इसके अलावा 952 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 413 जोनल मजिस्ट्रेट भी तैनात किये गये हैं। हर मतदेय स्थल पर माइक्रो आब्जर्वर की भी ड्यूटी लगायी गयी है। हर मतदेय स्थल की वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।
खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र
पांच सीटें: लखनऊ, आगरा, मेरठ, वाराणसी तथा इलाहाबाद-झांसी
कुल 12,69,817 वोटर और 1808 मतदेय स्थल, कुल 114 प्रत्याशी
खण्ड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र
छह सीटें:लखनऊ, आगरा, मेरठ, वाराणसी, बरेली-मुरादाबाद, गोरखपुर-फैजाबाद
-कुल 2, 06, 335 वोटर और 813 मतदेय स्थल, कुल 84 प्रत्याशी
पूरे दम-खम से मैदान में उतरे सपा-भाजपा प्रत्याशी
विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक निर्वाचन खंड की 11 सीटों पर पहली दिसंबर को होने वाले चुनाव में भी पूरी तरह राजनीतिक रंग चढ़ गया है। इस चुनाव में भी सत्तारूढ़ भाजपा और सपा के प्रत्याशी पूरे दम-खम से उतरे हैं। हालांकि शिक्षक संगठनों के प्रत्याशी भी चुनाव में अपनी सशक्त मौजूदगी बनाए हुए हैं। चुनाव में 11 सीटों पर कुल 199 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के लिए यह चुनाव इसलिए अहम है क्योंकि वह विधान परिषद में भी अपना संख्या बल बढ़ाना चाहती है। यही वजह है कि भाजपा ने स्नातक निर्वाचन खंड की सभी पांच सीटों से और शिक्षक निर्वाचन खंड की छह में से चार सीटों पर सीधे तौर पर अपना प्रत्याशी उतारा है।
शिक्षक निर्वाचन खंड की एक सीट पर भाजपा ने शिक्षक संघ के प्रत्याशी को समर्थन दिया है तो एक अन्य सीट को छोड़ दिया है। इस छोड़ी गई सीट पर निर्दलीय के रूप में भाजपा के तीन नेता चुनाव मैदान में हैं। सपा ने तो सभी 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। दोनों दलों की शिक्षक संगठनों के प्रत्याशियों से भिड़ंत होनी है। लखनऊ शिक्षक खंड के चुनाव में लखनऊ विश्वविद्यालय संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने भी दावेदारी की है। उसके अध्यक्ष खुद प्रत्याशी हैं। पूर्व के चुनावों में ओम प्रकाश शर्मा की अगुवाई वाले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का दबदबा रहा है। ओम प्रकाश शर्मा खुद लंबे समय से विधान परिषद में शिक्षक विधायक दल के नेता रहे हैं।