लखनऊः लखनऊ में वकील हत्याकांड के फरार चल रहे चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की टीम ने डीआरएम पुलिया के पास नामजद आरोपी शुभम यादव, गुलाम मुस्तफा, धीरज और प्रेमनगर निवासी मंजीत उर्फ रॉबिन को गिरफ्तार किया है। सीओ कृष्णानगर अमित कुमार राय ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद पुछताछ में आरोपियों ने बताया कि शराब के नशे में हुए विवाद में उन लोगों ने अधिवक्ता को मारा-पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई।
आरोपियों ने पुलिस को आगे बताया कि मंगलवार की देर रात शिशिर उन लोगों के पास आया और उलटा-सीधा कहने लगा। उन लोगों ने शिशिर की इसी बात से नाराज होकर उसको पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा। मारपीट की इस घटना में शिशिर की मौत हो गई। शिशिर की हत्या के मामले में गिरफ्तार मंजीत का नाम परिवार वालों ने बाद में पुलिस को बताया था।
ये है पूरा मामला
कृष्णानगर के स्नेहनगर इलाके में अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी को बीते सात दिसंबर की देर रात दामोदरनगर इलाके में आधा दर्जन लोगों ने लाठी-डंडे, ईंट, पत्थर और ब्लेड से हमला कर दिया था। घायल शिशिर की इलाज के दौरान ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई थी। इस मामले में शिशिर के परिवारीजनों ने आरोप लगाया था कि वीआईपी रोड मुर्दहिया के पास मादक पदार्थ के अवैध कारोबार का विरोध और पुलिस से शिकायत के चलते इस धंधे से जुड़े लोगों ने शिशिर की हत्या कर दी थी।
इस मामले में उसके मित्र शरद ने वकील विनायक ठाकुर, मोनू, धीरज, मुस्तफा और शुभम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बुधवार को कृष्णानगर पुलिस ने विनायक ठाकुर और मोनू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।