विकास की रिपोर्ट
जालंधर। कोरोना के संकट से उबरने के लिए लॉकडाउन फेज-4 की नई राहतों का असर पंजाब में दो दिन से साफ दिखाई दे रहा है। सूबे में सैलून तक खोल दिए गए। हालांकि रात का कर्फ्यू अभी जारी है, जिस बीच कई जगह से पुलिस की सख्ती भी सामने आ रही है। इस सबके बावजूद अब तक राज्य में कुल 2097 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 42 की जान चली गई तो 1748 लोग ठीक भी हो गए हैं।
65 दिन बाद चलने लगेगा बसों का चक्का, क्षमता के आधे यात्री बैठ सकेंगे
पंजाब में करीब 65 दिनों से रुके सरकारी व प्राइवेट बसों के चक्के बुधवार से चलना शुरू होंगे।
बसों में क्षमता से आधे यात्री ही बैठ सकेंगे। सैनिटाइजेशन अनिवार्य होगी। ट्रांसपोर्टरों को सरकार ने बड़ी राहत दी है कि उन्हें लॉकडाउन की अवधि का टैक्स नहीं देना होगा। शुरुआत में बसों की संख्या सीमित होगी। बसों को बीच में नहीं रोका जाएगा। यानि अगर चंडीगढ़ से पटियाला के लिए बस चलती है तो बस सीधे पटियाला जाकर ही रुकेगी। हालांकि कंटेनमेंट जोन में कोई बस नहीं चलेगी। इसके अलावा अंतरराज्यीय बस सेवा पर फैसला 31 मई के बाद होगा।
अमृतसर में रात को कर्फ्यू के उल्लंघन में पुलिस ने 60 लोगों को गिरफ्तार किया
अमृतसर में थाना बी डिविजन की पुलिस ने सोमवार देर रात बिना वाजिब वजह के बाजार में घूम रहे 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसएचओ गुरविंदर सिंह के मुताबिक लोगों को इस बात की समझ नहीं आ रही कि शहर में 31 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है। साथ ही रात के समय यानि शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू की स्थिति अभी जारी है। बावजूद इसके लोग घर से बाहर निकलकर आवारा घूमते रहते हैं। लोग सरकार के नियमों का पालन करें, नहीं तो पुलिस कार्रवाई करने के लिए मजबूर है।
गुरदासपुर के बाजारों में उमड़ी भीड़, जालंधर के लिए पैदल निकले प्रवासियों को पुलिस ने रोका
गुरदासपुर में दो दिन से सरकारी कार्यालयों और बाजारों में लोगों की बड़ी चहल-पहल दिखाई दे रही है। सरकारी कार्यालयों में पहुंचे लोग मास्क तो पहने थे, लेकिन शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा गया। उधर, बाजारों में खूब खरीदारी हुई। उधर सठियाली पुल के पास नाके पर पुलिस ने जालंधर जा रहे दर्जन प्रवासी मजदूरों को रोका। ये लोग जालंधर में रेलगाड़ी मिल जाने की आस में पैदल ही निकल पड़े थे, लेकिन पुलिस ने वापस फैक्ट्री में भेज दिया।
जालंधर जिले के गांवों में ठीकरी पहरे हटे, अब नगर निगम
कर्फ्यू खुलने के बाद पहले दिन जिले की कुल 700 बैंक शाखा में 40 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। कर्फ्यू से पहले यह कारोबार 200 करोड़ रुपए का होता था। इसी तरह जालंधर फोकल पॉइंट एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर सग्गू के मुताबिक शहर की छोटी-बड़ी 1400 में से खुली हुई 800 औद्योगिक इकाइयों ने भी 27 करोड़ का कारोबार किया है।
दयालपुर एवं काहलवां गांव में से पहरा हटा दिया गया है। दुकानदारों ने दुकानें खोल रखी थी। सुरक्षा को देखते हुए दुकानदारों ने मास्क पहने हुए थे और ग्राहकों को दूरी बनाकर खड़ा किया जा रहा था। अब मंगलवार से नगर निगम के मेन ऑफिस, लाल रतन जोन, रामामंडी जोन और मॉडल टाउन जोन में सुबह 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक प्रॉपर्टी टैक्स, पानी के बिल जमा करवाए जा सकेंगे। प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के सुपरिंडेंटेंट महीप सरीन ने उम्मीद जताई है कि जब सीएफसी सेंटर खुलेंगे तो रिकवरी का काम शुरू हो जाएगा।
जरूरी सेवाओं के स्टीकर लगाकर मजदूरों से पैसे ऐंठ शंभू बॉर्डर पार कर रहे वाहन
पंजाब के पटियाला और हरियाणा के अंबाला जिलों को जोड़ती शंभू सीमा पर मजदूरों से भरे वाहन देखे जा सकते हैं। एक ट्रेंपो में सवार छोटे बच्चों, महिलाओं सहित 11 लोग जरूरत का सामान और कपड़े लेकर होशियारपुर जिले के गांव मोरांवाली से बरेली (उत्तर प्रदेश) जाने के लिए निकले थे। नवांशहर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब और पटियाला के जिलों की सीमाएं और 180 किलोमीटर तय करके यहां तक पहुंच गए।
इसी तरह मोगा, लुधियाना, जालंधर और कुछ अन्य जिलों से आ रहे दर्जनों और वाहनों में भी श्रमिकों को घर को लौटते देखा जा सकता है। जालंधर से लखनऊ जा रहे एक टैंपो ट्रैवलर में सवार महेश शुक्ला ने बताया कि उन्होंने हर सदस्य के लिए 3000 रुपए किराया दिया है। पंजाब में किसी ने नहीं रोका, लेकिन बाद में मीडिया को देखकर हरियाणा पुलिस जरूर हरकत में आ गई।
लुधियाना में सिविल अस्पताल स्टाफ की स्ट्राइक, कहा-घटिया क्वालिटी के मास्क से वार्ड अटेंडेंट हुए संक्रमित
लुधियाना में कोरोना वायरस से लगातार मामले बढ़ने से सेहत विभाग हिल गया है। सिविल अस्पताल में चार वार्ड अटेंडेंट के पॉजिटिव आने के बाद सारे स्टाफ ने स्ट्राइक की। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ ने आरोप लगाया कि वार्ड अटेंडेंट इसलिए पॉजिटिव आए कि उन्हें घटिया क्वालिटी के मास्क दिए गए थे। स्टाफ की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि सेहत विभाग के अधिकारियों को बार-बार घटिया मास्क के बारे में शिकायत की गई है, लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी। सिविल अस्पताल के स्टाफ ने पहले हॉस्पिटल परिसर में विरोध जताया और उसके बाद सारा स्टाफ डीसी ऑफिस चला गया।
पठानकोट में फूड सप्लाई इंस्पेक्टर से आधा दर्जन लोगों ने की मारपीट, साथियों में गुस्सा
पठानकोट में फूड सप्लाई इंस्पेक्टर रविंदर कुमार पर राशन कार्ड से नाम काटे जाने की बात पर लोगों ने उससे मारपीट की। घटना में फूड सप्लाई इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया। उनको पठानकोट के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। रविवार को गांव कानवां की दाना मंडी में हुई इस घटना के विरोध में फूड सप्लाई इंस्पेक्टरों ने मलिकपुर में मुर्दाबाद के नारे लगाए। हमलावरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए फूड सप्लाई इंस्पेक्टरों ने कहा कि वो कोविड-19 के इस मुश्किल भरे माहौल में पूरी ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे हैं।