शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश के केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध तथा जूनियर इंजीनियर संवर्ग की न्यायोचित/ लंबित मांगों / समस्याओं के समाधान हेतु आज पूरे प्रदेश में संगठन के पदाधिकारी व सदस्य ( अवर अभियंता व प्रोन्नत अभियंता ) प्रातः 10:00 बजे से लगातार 48 घंटे तक सहयोग सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं जिसमें आज झांसी जनपद में प्रत्येक अवर अभियंता व प्रोन्नत साथी अपने विद्युत उप केंद्र व कार्यालयों मैं अगले 48 घंटों तक लगातार कार्य कर रहे हैं व उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने व किसी शिकायत का तत्काल निस्तारण करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। आज देश में कोविड-19 के प्रकोप से ग्रसित होने के बावजूद अवर अभियंता , प्रोन्नत अभियंता कोविड-19 के भीषण संक्रमण होने से परवाह किए बिना प्रत्येक दिन क्षेत्रों में क्षमता से अधिक कार्य कर रहे हैं इसके बाद भी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का निजीकरण किए जाने का प्रयास व संवर्ग की न्यायोचित मांगों /समस्याओं का निस्तारण ऊर्जा प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है इस प्रकार एक रचनात्मक आंदोलन करके संगठन द्वारा आम उपभोक्ताओं तक अपनी आवाज पहुंचानी है की हम विभाग की बेहतरी ओर बेहतर उपभोक्ता सेवा के लिए कार्य करते है किन्तु उसके बाद भी प्रबंधन अपनी गलत नीतियों व मैनेजमैन्ट के कारण विभाग में घाटा दिखाकर बिभाग को निजी घरानों को बेचने का जो प्रयास कर रहा है वह स्वीकार योग्य नहीं है । यदि ऊर्जा प्रबंधन /उत्तर प्रदेश शासन ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का निजीकरण किए जाने हेतु प्रक्रियाधीन कार्रवाई पर तत्काल रोक नहीं लगाई तो संगठन आगामी दिनों में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा जिससे होने वाली किसी भी औद्योगिक अशांति की समस्त जिम्मेदारी ऊर्जा प्रबंधन व उत्तर प्रदेश शासन की होगी।