प्रमोद चंद्र की रिपोर्ट
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनकी मंशा है कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस को अखण्ड भारत दिवस के रूप में मनाया जाय। अखण्ड भारत के निर्माण के लिए स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सबसे पहले उन्होंने बलिदान दिया था। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, लखनऊ में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण करने के उपरान्त आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोल रहे थे।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन दर्शन प्रेरणादाई
उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए बोले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन दर्शन पर जितना भी प्रकाश डाला जाय, कम होगा। उनके बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता। हॉस्पिटल परिसर में उनकी प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यहां पर और भी कुछ कार्य कराये जाये और अधिक आकर्षक बनाया जाये। श्री मौर्य ने कहा कि देश सर्वोपरि है। देश की अखण्डता के लिए उन्होंने जो रास्ता दिखया उसका हम सबको अनुसरण करना चाहिए। इससे पूर्व, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, विधायी एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक सहित अन्य लोगों ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये।
पुष्पांजलि अर्पित
इस अवसर पर विधायी एवं न्याय तथा ग्रामीण अभियंत्रण विभाग मंत्री बृजेश पाठक ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि देश डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का हमेशा ऋणी रहेगा। इस अवसर पर निदेशक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पी. एस. नेगी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रवीण कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डा. आशुतोष दुबे, एडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियन्ता जे. के. बांगा आदि मौजूद रहे।