अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट
लखनऊः आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के छात्र विंग के अध्यक्ष वंशराज दुबे ने रोजगार को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में मौजूदा सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का दावा किया था। उन्होंने सत्ता में आने से पहले कहा था कि सत्ता में आने के 90 दिन के अंदर उत्तर प्रदेश में जो भर्तियां रुकी पड़ी है, उन्हें भरने का काम किया जाएगा, लेकिन ये सिर्फ चुनावी जुमला ही बन कर रहा गया। सीएम उत्तर प्रदेश के नौजवानों को नालायक समझते हैं। योगी ने सत्ता में आने के बाद एक बयान दिया था कि उत्तर प्रदेश में नौकरियां तो बहुत है, लेकिन उत्तर प्रदेश का नौजवान नौकरियों के लायक नहीं है।
दूबे ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का भ्रष्टाचार से जो खजाना खाली हुआ है उसको भरने के लिए योगी आदित्यनाथ बेरोजगारों के मां-बाप की कमाई को लूटने का काम करना है। सरकार द्वारा नौजवानों व बेरोजगारों को गुमराह किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 21 सितंबर 2020 को एक ट्वीट जारी किया गया, जिसमें बताया जा रहे हैं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में 16708 भर्तियां की गई हैं। जबकि सच्चाई यह है कि योगी जी ने 2017 से लेकर अब तक यानी साढे़ 3 सालों में अब तक से 12 भर्तियां निकाली हैं। उन 12 भर्तियों में अभी तक कोई भर्ती क्लियर नहीं हुई है।
पुलिस विभाग में दो भर्ती निकली थी। कुल 91 हजार भर्तियां थी, जिसमें 48 लाख नौजवानों ने फॉर्म भरा था और फिर लगभग एक अरब 92 करोड़ नौजवानों ने फीस भरी। योगी बड़े बड़े चैनलों पर कहते हैं हमने नौजवानों को बहुत रोजगार दे दिया। साल 2019 में जेल वार्डन के लिए 5805 भर्तियां निकाली, लगभग 6 लाख फॉर्म भरे गए। 400 रुपए प्रति छात्र फीस, लगभग 24 करोड़ रुपए सरकार खाते में गए और आज तक वो भर्ती सफल नहीं हुई।