शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ– यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अनाथ बेसहारा और गरीब बच्चों के लिए अभिभावक की तरह मदद के हाथ बढ़ाए है। यूपी में बालश्रम के चलते स्कूल न पहुँच पाए 8 से 18 साल के अनाथ बेसहारा और गरीब बच्चों की मदद के लिए यूपी सरकार ने बाल श्रमिक विद्या योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को इस योजना की शुरुआत की सीएम योगी ने कहा कि आज का यह दिन बहुत महवपूर्ण है। अंतराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर हम लोग इस संकल्प के साथ यहां जुड़े हैं कि अगर किसी परिवार को जो इस श्रेणी में आ रहा है जो जिन बच्चों का सिलेक्शन हम यहां करने जा रहे हैं उनके परिवारों को राशन कार्ड ‘आयुष्मान भारत’ का कार्ड ‘PM’आवास योजना या ‘cm आवास योजना’ के अंतर्गत आवास उपलब्ध करवाने व परिवार को शासन की योजनाओं से आच्छादित करने के लिए हम एक तंत्र विकसित कर सकें, जिससे शासन की सभी सुविधाए उन लोगो को प्राप्त हो सके
मिलेगा दाखिला
इस योजना के तहत बालश्रम से जुड़े 8 से 18 साल के बच्चों को योगी सरकार पढ़ाई में मदद करेगी। इन्हें अटल आवासीय विद्यालय में दाखिला भी मिलेगा। योगी सरकार ने ऐलान किया है कि योजना के तहत बालकों को 1000 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। वहीं 8 वीं, 9 वीं और 10 वीं की पढ़ाई कर रहे ऐसे बच्चों को इस मासिक प्रोत्साहन राशि के अलावा 6000 रुपए की वार्षिक प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी
इन लोगो को मिलेगा लाभ
सरकार के फैसले के अनुसार ऐसे बाल श्रमिक बच्चे जिनके माता-पिता नही है या दोनों में से कोई एक नहीं है या माता- पिता में कोई दिव्यांग है या भूमिहीन है या माता या पिता किसी असाहाय रोग से पीड़ित हैं। ऐसे सभी बच्चों को योगी सरकार मदद देगी।