सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार देर रात बिजली चमकने के साथ हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से अब तक बिजली व दीवार गिरने से कुल 10 लोगों की मौत हो गई है और साथ ही गेहूं और मटर आलू और तिलहन की हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। बहराइच, सीतापुर, रायबरेली, अमेठी और सुल्तानपुर में शुक्रवार को सुल्तानपुर में तेज बारिश में फंसने से और दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और लखनऊ के माल इलाके में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं हरदोई में दीवार गिरने से एक दंपति की जान चली गई तो शाहजहांपुर में बिजली गिरने से युवक समेत दो की मौत हो गई और इटावा, मथुरा, गौतमबुद्धनगर में भी एक एक की मौत होने की जानकारी है।
आज शनिवार को भी तेज हवा व गरजना के साथ भारी बारिश की संभावना है। बता दें कि शुक्रवार देर शाम करीब 06.50 बजे तेज हवा और बादल की गरजना के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई। इसके करीब 15 मिनट बाद तेज गरजना व भारी बारिश हुुई और देर रात भी तेज रफ्तार से हवा के साथ खूब बारिश हुुई। बारिश की वजह से तापमान में फिर से गिरावट आ गई है। जिससे लोगों को फिर से सर्दी का एहसास होने लगा है और अगले 4 दिनों तक तेज ठंड भी लगेगी। गुरुवार की बारिश व ओलावृष्टि लोगों को हल्की ठंडक का एहसास करा कर चली गई। रात के मौसम में भी काफी ठंडक रही। जिससे प्रदेश का तापमान गिरकर काफी नीचे आ गया है।
शुक्रवार की सुबह मौसम साफ रहा और धूप भी निकली रही लेकिन सुबह करीब 11.00 बजे बादलों का छाना शुरू हो गया। पूरे दिन बाद घने बादल छाए रहे लेकिन शाम होते-होते काले घने बादल छाने के साथ गरजना भी शुरू हो गई। देर शाम गरजना के साथ तेज बारिश होने लगी जिससे लोगों को तेज सर्दी भी लगने लगी और लोगों को इस सर्दी से बचने के लिए फिर से स्वेटर वापस निकाल कर पहनने पड़े। यूपी में भारी होने से अगले चार से पांच दिनों तक तेज ठंड भी पड़ेगी। जिससे लोगों को बचने की बहुत जरूरत है क्योंकि ऐसे में वैसे भी यूपी में लोगों के ऊपर कोरोना वायरस की दहशत का खतरा मड़रा रहा है।
किसानों के होली के त्यौहार का रंग हुआ फीका
बेमौसम बारिश ने किसानों के होली के त्यौहार के रंग को फीका कर दिया है करीब 6 दिन पूर्व तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से खेतों में बिछ चुकी अपनी फसल के नुकसान को भूला नहीं कि गुरुवार की रात बारिश और ओले के बाद शुक्रवार देर रात एक बार फिर तेज बारिश और ओले पड़ने से किसान को कश्मकश में डाल दिया है कि इस बार तो उसे लागत मूल्य भी शायद मिल सके। खेतों में बर्बाद हुई अपनी फसल का मंजर देख किसान खून के आंसू रो रहा है और अब मदद के लिए एकटक सरकार की ओर देख रहा है।
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, चने, मसूर, मटर, मूंग, अरहर और सरसों की फसलों पर काफी प्रभाव डाला है। जिससे किसानों की लाखों रुपए की फसल बर्वाद हो गई है जिसमें उत्तर प्रदेश के लखनऊ, उन्नाव, मथुरा, अलीगढ़, बलिया, औरैया, बांदा, कानपुर, इटावा, झांसी, और ललितपुर आदि जिलों के किसान भी शामिल है, लेकिन यूपी के सीतापुर, जालौन और सोनभद्र में सबसे ज्यादा 33 फीसदी फसलों को नुकसान हुआ है। शनिवार को भी बारिश की संभावना है लेकिन रविवार को मौसम के साफ रहने के भी आसार है।
सीएम ने दिए राहत देने के निर्देश
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सीएम योगी ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि गुुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि फसलों के नुकसान पर किसानों को जल्द राहत दी जाए और जो किसान ज्यादा प्रभावित हुए हैं उनको तत्काल राहत दी जाए और किसानों को 24 घंटे में सहायता राशि देने के भी निर्देश दिए हैं। किसानों को राहत देने में अधिकारियों की लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस नम्बर पर सूचना दर्ज कराएं किसान
उत्तर प्रदेश में जिन किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है उसकी सूचना वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रावधानों के अनुसार बीमा कम्पनी को तय समय से उपलब्ध करा दें। साथ ही ओलावृष्टि, जलभराव, भूस्खलन और आकाशीय बिजली से फसलों को नुकसान पहुंचा हो तो उस नुकसान की सूचना किसान इस नम्बर 1800120909090 पर दर्ज कराएं