कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। आज कल कोटेदारों के यहां लगातार देखने वाली भीड़ से आपको अंदाज हो सकता है कि गरीबों को राशन वितरण के दौरान किस तरह “सोशल डिस्टेंसिंग” का मजाक उड़ाया जा रहा है।
ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत कानपुर मार्ग पर सरोजनी नगर क्षेत्र के दरोगा खेड़ा में कोटेदार सुनील तिवारी के यहां सुबह से शाम तक आये हुए गरीब परिवारों के राशन वितरण में देखने को मिला। भीड़ की बजह से लोगो की समस्याएं बढ़ती नजर आ रही है।
बताते हैं कि कोटेदार सुनील तिवारी जैसे लोग बहुत ही होशियार है। जब लोग इकट्ठा होते हैं तो कोटेदार की मशीन का नेटवर्क नहीं आता जिसकी वजह से लोगों की भीड़ जमा हो जाती और दिन भर गरीबों को खाद्यान्न लेने के लिए इंतजार कर रहे परेशान होते हुए दिखाई देते। फिर शाम को 5बजे से मशीन का नेटवर्क ठीक आने लगता और कोटेदार महोदय एक से डेढ़ घंटे राशन बितरण करके दूकान बंद कर जाते।
जब मीडिया की टीम ने लोगों से पूछताछ की तो हालत चिंताजनक दिखाई दिये। उसके बाद मीडिया के लोगों ने पूछा डियूटी कर रहे होमगार्ड कर्मियों से बातचीत के दौरान बताया कि नेटवर्क न आने की वजह से भीड़ जमा होती है मना करने के बावजूद लोग मानते नहीं है।
सवाल इस बात का है कि दिनभर में कोटेदार के द्वारा मशीन का बहाना कब तक चलेगा ?इसी तरह गरीब परिवारों के अधिकारों का हनन होता रहेगा?
लगातार शिकायत की जा रही खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी को लेकर। सप्लाई इंस्पेक्टर से लेकर कोटेदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती।
देश में हालात बेहद खराब है और सरकार के निर्देशों के अनुसार जो सुविधायें गरीबों को मिलनी चाहिए वह सुचारू रूप से नहीं मिल रही है। दिनांक 17/04/2020 को दरोगा खेड़ा में कोटेदार के यहां गरीब महिलाओं को झगड़ा करते देखा गया जिसके उपरांत होमगार्ड कर्मियों के द्वारा समझाते हुए शान्त कराया गया।