सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि चार फरवरी से अगले साल चार फरवरी तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह के आयोजन की एक कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों स्वाधीनता आन्दोलन अथवा आजादी के बाद के युद्धों के शहीदों से सम्बन्धित शहीद स्मारक स्थल स्थित हैं। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर चार फरवरी को चौरी-चौरा में कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केन्द्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि चौरी-चौरा की घटना में स्वाधीनता आन्दोलन को नई दिशा दी। इस घटना के सम्बन्ध में आम जनमानस सहित युवा पीढ़ी को तथ्यपरक जानकारी होनी चाहिए। योगी ने कहा कि अगले साल आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके मद्देनजर इसी साल 15 अगस्त से अगले साल 15 अगस्त तक वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की कार्ययोजना बनायी जाए। इन कार्यक्रमों को भी चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर केन्द्र सरकार द्वारा कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश प्राप्त होने पर, उन्हें इन कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए।
उन्होंने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय आयोजन समिति का गठन किया जाए। शताब्दी समारोह के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति का गठन भी किया जाए। राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, विधान मण्डल विभिन्न दलों के नेता सदन, स्थानीय सांसद, विधायक सहित अन्य सदस्यों को रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में स्थानीय सांसद, विधायक समेत आयोजन समिति तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति का गठन किया जाए।