कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सुबह की शुरूआत नमस्ते! कैसे हैं आप, पार्क में कोई असुरक्षा तो नहीं? ‘मित्र पुलिस’ ने सुबह पार्कों में टहलने वालों से कुछ इस अंदाज में हालचाल पूछा। दरअसल, यह पुलिस की ‘नमस्ते लखनऊ’ टीम है, जो मॉर्निंग वॉक करने वालों को अपने तरीके से आम लोगों को सुरक्षा का एहसास करा रही है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर गाजे-बाजे संग नमस्ते लखनऊ टीम के 20 वाहनों को रवाना किया, जो प्रतिदिन सुबह-शाम पार्कों में टहलने वाले लोगों का कुशलक्षेम पूछेंगी। इस दौरान पुलिस आयुक्त ने ‘नमस्ते लखनऊ’ टीम का हौसला भी बढ़ाया।
दरअसल, यूपी में कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने के बाद नवाबों की नगरी लखनऊ में यूपी पुलिस का विशेष अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राजधानी में लखनऊ के लोगों के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना है। बता दें कि अभियान की शुरुआत 10 पार्कों से की गई जिनमें लोहिया पार्क, रिवर फ्रंट, मिनी स्टेडियम विजयंत खंड, मल्हौर एल्डिको रोड, रेस कोर्स तोपखाना, दिलकुशा कोठी, कालिंदी पार्क वृंदावन, दीन दयाल पार्क कल्ली पश्चिम, जोनल पार्क आशियाना और एनबीआरआइ भी शामिल हैं।
अगर पुलिस बिना जान पहचान के आपको ‘नमस्ते’ कहते नजर आएं तो घबराने की कोई जरूरत नहीं हैं। अब यूपी पुलिस के अफसर व उनके मातहत राजधानी में नमस्ते लखनऊ नाम के विशेष अभियान के तहत रोजाना मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों से नमस्ते कहकर उनका अभिवादन करते नजर आएंगे। इसके साथ ही लखनऊ पुलिस नवाबों के दौर के नागरिक सम्मान का अहसास करा रही है। इससे आम लोगों के मन में भी उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति सम्मान बढ़ेगा। आप सब जैसा कार्य करेंगे वैसी पुलिस की छवि बनेगी। आपसे ही लखनऊ पुलिस का चेहरा लोगों को नजर आएगा।
सुबह-शाम साढ़े पांच से सात बजे तक चलेगा अभियान
इस अभियान के तहत सुबह-शाम पार्क व सड़क पर टहलने वाले लोगों के लिए पुलिस की विशेष गश्त लगाई जाएगी और पार्कों में टहलने वाले लोगों को लखनऊ पुलिस विशेष सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी। पार्कों के पास मोबाइल गश्त टीम लगेगी। साथ ही वॉक पर निकलने वालों से नमस्ते करते हुए पुलिस उनका हालचाल जानेगी। यह अभियान सुबह व शाम साढ़े पांच बजे से सात बजे तक चलेगा। पुलिस की गाड़ियों पर नमस्ते लखनऊ भी लिखा होगा। इन गाड़ियों पर एक दरोगा, दो महिला सिपाहियों समेत पांच पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे।
अच्छा व्यवहार करने के लिए दिया गया था प्रशिक्षण
इस अभियान के शुरू हो ने पहले लोगों के प्रति अच्छा व्यवहार करने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग भी दी गई थी। इसके बाद 28 व 29 फरवरी को ट्रेनिंग का परीक्षण लिया गया। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय का कहना है कि अभी भी कुछ लोग अपनी समस्याएं पुलिस के पास दर्ज कराने से हिचकिचाते हैं। इस लिए आम लोगों का डर भगाना ही पुलिसकर्मियों का मुख्य उद्देश्य है। इससे आम लोगों में भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।