लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2021 की परीक्षाएं 24 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। पहली बार ये इम्तिहान महज 15 दिन में ही पूरा होगा। बोर्ड इससे कम अवधि कर भी नहीं सकता, क्योंकि इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए इतने दिन जरूरी हैं। परीक्षाओं का समय घटाने की पहल 2020 में हुई थी लेकिन, अमल इस साल होने जा रहा है। इसके पहले बोर्ड की परीक्षाएं करीब एक माह या फिर उससे अधिक समय तक चलती थी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के परीक्षा कार्यक्रम में हाईस्कूल की परीक्षाएं 10 मई और इंटरमीडिएट की 12 मई को खत्म होंगी। वजह, हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 15 कार्य दिवसों में होनी हैं। इस वर्ष हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में कुल 56,03,813 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। वहीं, हाईस्कूल में 29,94,312 और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,09,501 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
करीब एक माह चलती थी परीक्षा : यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं का समय घटाने की पहल पिछले साल की थी। हाईस्कूल की परीक्षा के तर्ज पर इंटर में भी एक प्रश्नपत्र की परीक्षा कराई गई। इसके बाद भी कुल 16 दिवस (रविवार को छोड़कर) में परीक्षा हो पाई थी। इसके पहले हाईस्कूल की परीक्षाएं 14 और इंटर की 25 कार्य दिवस में होती रही है। इसमें परीक्षाएं करीब एक माह या फिर उससे अधिक समय तक चलती रहती थीं।
अप्रैल में परीक्षा लंबे अंतराल बाद : यूपी बोर्ड इधर एक दशक से परीक्षाएं फरवरी व मार्च माह में ही शुरू कराता रहा है। इस बार पहले कोरोना संक्रमण फिर पंचायत चुनाव की वजह से परीक्षाओं की समय सारिणी अप्रैल के अंत में पहुंच गई। 2010 में चार मार्च, 2011 में 17 मार्च, 2012 में 16 मार्च, 2013 में 12 मार्च, 2014 में तीन मार्च, 2015 में 19 फरवरी, 2016 में 18 फरवरी, 2017 में 16 मार्च, 2018 में छह फरवरी, 2019 में सात फरवरी व 2020 में 18 फरवरी से परीक्षाएं शुरू हुई थीं।
प्रश्नपत्रों का क्रम भी बेहतर : हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं की शुरुआत हिंदी विषय से हो रही है। आमतौर पर दोनों कक्षाओं में कठिन विषयों की परीक्षा उसके तत्काल बाद होती रही है लेकिन, इस बार अधिकतर कठिन कहे जाने वाले हाईस्कूल में गणित, विज्ञान व इंटर में रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान की परीक्षाएं पर्याप्त अंतराल पर हैं।