शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ। मुंबई से लाए गए विकास दुबे के साथी गुड्डन त्रिवेदी से पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां मिली हैं। उसने खुलासा किया है कि घटना के बाद दुबे के ठहरने और भागने में मदद की थी। पूछताछ के बाद बुधवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे और उसके ड्राइवर सोनू को जेल भेज दिया। पुलिस ने उसे षड्यंत्र रचने का आरोपित बनाया है।
कानपुर देहात के जिला पंचायत सदस्य गुड्डन ने पुलिस को बताया कि उसने दुबे के पास कुछ असलहाधारी भेजे थे। राइफलों का इंतजाम भी कराया था मगर खुद मौके पर मौजूद नहीं था। घटना के बाद विकास की भागने में मदद की। शिवली और औरैया में उसी ने रुकने और खाने का इंतजाम किया था। उसके उज्जैन जाने की व्यवस्था भी गुड्डन ने ही की थी। बयानों के आधार पर पुलिस ने उसे मुलजिम बनाया है।
बिकरू कांड के बाद गुड्डन फरार हो गया था। उसे मुंबई एटीएस में तैनात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक ने ठाणे थानाक्षेत्र के एक इलाके से पकड़ा था। यहां से गए इंस्पेक्टर नजीराबाद ज्ञान सिंह और एक सिपाही की टीम ने वहां कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड ली और मंगलवार देर शाम उसे शहर ले आई। चौबेपुर थाने में उससे पूछताछ की गई तो कई खुलासे किए।
पुलिस ने गुड्डन की कॉल डीटेल रिपोर्ट निकलवाई है। गुड्डन के बयान से उसकी मोबाइल की लोकेशन मैच कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक कोर्ट में गुड्डन को आरोपित साबित करने में यही सबूत कारगर होगा। इसके अलावा इससे यह भी पता चल जाएगा कि गुड्डन ने कुछ छिपाया है या सबकुछ बता दिया है।