प्रमोद चंद्र की रिपोर्ट
लखनऊ। मौजूदा स्थितियों में जिलाधिकारी के भीड़ जुटाने वाले कार्यक्रमों को स्थगित करने के आदेशों के क्रम में हिन्दी उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी का 28वां त्रिदिवसीय साहित्यिक सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया है। मशहूर शायर रघुपति सहाय फिराक गोरखपुरी पर यह तीन दिवसीय साहित्यिक सम्मेलन यहां 21 से 23 मार्च को आयोजित होना था।
आयोजन की जोरदार तैयारियों के बीच पुरस्कार तय करने के लिए आज हुई कमेटी की विशेष बैठक में कोरोना वायरस की आपदा से उत्पन्न स्थितियों को देखते हुए आयोजन को स्थगित करने का फैसला हुआ। बैठक के बाद कमेटी के महामंत्री अतहर नबी ने बताया कि कला मंडपम प्रेक्षागृह कैसरबाग में 21 मार्च की शाम होने वाले आयोजन के उद्घाटन समारोह में प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, पदमश्री अनूप जलोटा व विधानसभा अघ्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित कोे शामिल होना था।
आयोजन में देश-विदेश के हिन्दी व उर्दू भाषा के रचनाकारों के शामिल होने की सहमति थी।
साथ ही कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने मुम्बई, कोलकाता व दिल्ली के अनेक कलाकार आ रहे थे। इन सबके एअर टिकट और रहने का होटलों में प्रबन्ध किया जा चुका था। नबी ने बताया कि आपदा के समय देश के साथ खड़े होना प्रत्येक भारतीय का दायिव्य है। कार्यक्रम टल जाने पर होने वाले नुकसान पर उन्होंने कहा कि आपदा के इस समय में देश और हमारे देशवासियों के आगे आर्थिक नुकसान का कोई महत्व नहीं, जब हम इस आपदा से उबर आयेंगे, तो अतिथियों, रचनाकारों व कलाकारों के हिसाब से सम्मेलन की तिथियां कमेटी की बैठक में तय करके सबको सूचित करेंगे।