सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं के लिए सिपाही भर्ती कर उन्हें रोज़गार युक्त बनाने के लिए 2018 में में विज्ञापन निकाला था। पीएसी में सिपाही के 49,568 पदों पर सीधी भर्ती होनी थी। जिसका अंतिम परिणाम रुका हुआ था। परिणाम सोमवार को जारी कर युवाओं को मिलेगा रोजगार के मौके मिलेगें । लेकिन परिणाम जारी होने के साथ ही ट्रेनिंग की समस्या खड़ी होने वाली है क्योंकि प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटरों में दिसंबर 2021 तक जगह ही नहीं है।
गौरतलब है कि सिपाही के इन पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 27-28 जनवरी 2019 को कराई गई थी, जिसका परिणाम नवंबर 2019 को जारी किया गया था। लिखित परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद अभिलेखों की जांच और शारीरिक दक्षता परीक्षा कराई गई। अब मेरिट के आधार पर रिक्त पदों के सापेक्ष अंतिम रूप से सफल अभ्यर्थियों की घोषणा होनी है। इसके बाद बोर्ड सफल अभ्यर्थियों की सूची पुलिस मुख्यालय को भेजेगा।
प्रशिक्षण निदेशालय के अनुसार प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटरों में अभी पिछली भर्ती के सिपाहियों की ही ट्रेनिंग चल रही है। संख्या ज्यादा होने के कारण इन अभ्यर्थियों को दूसरे प्रदेशों के प्रशिक्षण संस्थानों में भी भेजा गया है। अभी हालत यह है कि दिसंबर 2021 तक प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटरों में जगह ही नहीं है। प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटर मुरादाबाद, सीतापुर, गोरखपुर, उन्नाव, मेरठ, मिर्जापुर, जालौन व सुलतानपुर में हैं। इसके अलावा भी प्रदेश के 31 जिलों में भी ट्रेनिंग सेंटर में हैं।
अब देखना है कि परिणाम जारी होने पर सरकार कहां पर ट्रेनिंग देने की भी व्यवस्था कराती है।